कोलकाता : विश्व हिन्दी सम्मान से सम्मानित साहित्यकार, सम्मोहक वक्ता डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी को सर्वसम्मति से इटावा हिन्दी सेवा निधि का अध्यक्ष बनाया गया है। यह जानकारी संस्थान की एक विज्ञप्ति से मिली।
विज्ञप्ति के अनुसार अध्यक्ष पद के साथ साथ डॉ. त्रिपाठी को न्यासी के रूप में भी न्यास का सदस्य बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि डॉ. त्रिपाठी से पहले पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी इस संस्था के अध्यक्ष थे एवं उनसे पहले कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल त्रिलोकी नाथ चतुर्वेदी इसके अध्यक्ष रह चुके हैं।
इलाहाबाद उच्च न्यायालय में हिन्दी में 4000 से अधिक फैसले देने वाले प्रख्यात न्यायमूर्ति स्व. प्रेम शंकर गुप्त द्वारा स्थापित इटावा हिन्दी सेवा निधि के वर्तमान में संरक्षक हैं न्यायमूर्ति गिरिधर मालवीय एवं न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल
जबकि राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग, उ. प्र., लखनऊ के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक कुमार इस संस्था के उपाध्यक्ष हैं, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रदीप कुमार तथा वरिष्ठ अधिवक्ता दिलीप कुमार क्रमशः महासचिव एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष हैं, आयोजन समिति के संयोजक हैं इटावा के अधिवक्ता राजकुमार गुप्त।
उल्लेखनीय है कि डॉ. त्रिपाठी न सिर्फ़ कोलकाता की कई साहित्यिक -सामाजिक संस्थाओं के संरक्षक एवं मार्गदर्शक के रूप में जुड़े हैं बल्कि कई राष्ट्रीय स्तर की साहित्यिक संस्थाओं एवं केंद्रीय समितियों के सदस्य भी हैं।