कोलकाता : आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर-छात्रा के साथ हुई दुष्कर्म और हत्या की घटना के विरोध में कई दुर्गा पूजा समितियों ने पहले ही सरकारी अनुदान न लेने का फैसला किया है। अब इस विरोध के स्वर में उसी इलाके की एक अन्य पूजा समिति भी शामिल हो गई है, जहां उस छात्रा का परिवार रहता है। इस पूजा समिति ने स्थानीय थाने में पत्र देकर इस साल अनुदान न लेने का निर्णय सुनाया। समिति ने यह भी स्पष्ट किया कि पूजा तो आयोजित होगी, लेकिन इस घटना के विरोध में कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा।
पिछले जुलाई में नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित एक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुर्गा पूजा समितियों को मिलने वाले सरकारी अनुदान को 70 हजार रुपये से बढ़ाकर 85 हजार रुपये करने की घोषणा की थी। हालांकि, आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज की घटना के बाद कई पूजा समितियों ने अनुदान न लेने की घोषणा की थी। इनमें से कुछ समितियों ने कहा था कि इस साल वे अपनी पूजा में भव्यता कम कर विरोध जताएंगे। अब, पीड़िता के पड़ोस की पूजा समिति ने भी इस निर्णय को अपनाया है।
पूजा समिति के सदस्यों ने थाने जाकर अनुदान न लेने की अपनी आपत्ति का पत्र सौंपा। समिति के सचिव मानिक घोष ने गुरुवार कहा कि हर साल नवमी के दिन भोजन और कलाकारों के साथ कार्यक्रम आयोजित होते हैं। विसर्जन भी धूमधाम से होता है। लेकिन इस साल कुछ भी ऐसा नहीं होगा।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी समिति में अनुदान को लेकर मतभेद था, फिर इलाके के निवासियों ने भी अनुदान के खिलाफ अपने विचार व्यक्त किए। इसके बाद हमने अनुदान ठुकराने का फैसला किया। हम अपने दम पर पूजा करेंगे लेकिन उत्सव नहीं मनाएंगे।