कोलकाता : सदियों से हिंदुओं की आस्था के महातीर्थ गंगासागर में इस बार साधारण लोगों के प्रवेश पर विराम लग सकता है। श्रद्धालुओं को प्रवेश के लिए ई-रजिस्ट्रेनशन कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी पी उलगानाथन ने स्पष्ट कर दिया है कि बिना ई-रजिस्ट्रेशन किए कोई भी गंगासागर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है ताकि पुण्यार्थियों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सके। जानकारी के मुताबिक, www.gangasagarmela.in में लॉग इन करके ई-रजिस्ट्रेशन कराया जा सकेगा। यह वेबसाइट जल्द प्रभावी होगी, जो ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में असमर्थ हैं, उनके लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था होगी। रजिस्ट्रेशन कराते समय नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी के साथ आधार कार्ड, मतदाता परिचय पत्र अथवा पासपोर्ट की प्रति परिचय पत्र के तौर पर जमा करानी होगी। गंगासागर मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के बारे में राज्य सरकार के पास सटीक जानकारी हो, इस बाबत यह पहल की जा रही है। ई-रजिस्ट्रेशन होने के बाद तीर्थयात्रियों को क्यूआर कोड लगा रिस्ट बैंड दिया जाएगा। इससे मेले में उनके गुम होने पर आसानी से उन्हें तलाशा जा सकेगा।
पश्चिम बंगाल प्रशासन के गंगासागर में जाने के लिए ई-रजिस्ट्रेशन अनिवार्य करने पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, हर साल 35 लाख से अधिक लोग गंगासागर में पुण्य स्नान करने के लिए आते हैं। इनमें अधिकतर बिहार, उत्तर प्रदेश के ऐसे सर्वसाधारण लोग होते हैं, जो पढ़े-लिखे कम होते हैं। उनके लिए मोबाइल अथवा किसी भी जरिए से ई रजिस्ट्रेशन कराना संभव नहीं होगा।