कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को कहा कि उसने भारतीय स्टेट बैंक से कथित तौर पर 95 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में कोलकाता के एक व्यवसायी को मनी लॉन्ड्रिंग रोधी कानून के तहत गिरफ्तार किया है।
एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कौशिक कुमार नाथ को 30 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और कोलकाता में धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) अदालत ने उन्हें 10 अप्रैल तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। नाथ ने भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से ”जाली और मनगढ़ंत” दस्तावेज जमा करके क्रेडिट सुविधाओं का लाभ उठाया।
ईडी ने कहा कि देश के सबसे बड़े कर्जदाता एसबीआई से करीब 95 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई।
नाथ के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला कम से कम चार प्राथमिकी और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दायर चार्जशीट के अलावा मुंबई पुलिस अपराध शाखा द्वारा दर्ज मुकदमे के आधार पर शुरू किया गया था।
नाथ बार-बार अपनी पहचान बदल रहा था और बैंकों से धोखाधड़ी कर रहा था। हाल ही में उसने अपना ठिकाना मुंबई स्थानांतरित कर लिया था और वहां इस तरह की आपराधिक गतिविधियों में शामिल था।
एजेंसी ने कहा कि इस मामले में 3.68 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति भी कुर्क की गई है।
सूत्रों के अनुसार उसका केकेएन ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज़ के नाम से समूह चिट फण्ड धंधे में भी शामिल था।