कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आई-कोर ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राज्य के वरिष्ठ पत्रकार सुमन चट्टोपाध्याय की 5 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है।
ईडी ने चल और अचल संपत्तियों में कोलकाता और उसके आसपास स्थित बैंक बैलेंस और डुप्लेक्स फ्लैट को कुर्क किया है। ईडी की जांच सीबीआई मामले पर आधारित है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि आई-कोर ग्रुप ने एक चिटफंड घोटाला किया और इसकी कंपनियों ने अभूतपूर्व रिटर्न के वादे पर बड़ी संख्या में छोटे निवेशकों से धन एकत्र किया। ईडी के अनुसार चट्टोपाध्याय ने व्यक्तिगत रूप से और उनकी कंपनी, दिशा प्रोडक्शंस एंड मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से व्यापार निवेश की आड़ में आई कोर समूह से 9.83 करोड़ की आय प्राप्त की। उन्होंने सारदा समूह जैसी अन्य चिटफंड कंपनियों से भी इसी कार्य प्रणाली के माध्यम से धन प्राप्त किया। वह सारदा मामले में भी ईडी के निशाने पर थे। पिछले सितंबर में, ईडी ने आई-कोर समूह की कंपनियों, उसके निदेशकों और उनके परिवार के सदस्यों की 300 करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की थी। अब तक की जांच के आधार पर एजेंसी ने मामले में कथित अपराध की आय की गणना लगभग 2,400 करोड़ रुपये की है।
उल्लेखनीय है कि आई-कोर ग्रुप के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिसंबर 2018 में, सीबीआई ने चट्टोपाध्याय को गिरफ्तार किया था। उस समय वे एक प्रतिष्ठित बांग्ला दैनिक के संपादक थे। इससे पहले आई-कोर समूह के मालिक अनुकुल माइती को सीबीआई ने 2015 में गिरफ्तार किया था। नवंबर, 2020 में भुवनेश्वर जेल में उनकी मौत हो गई थी।