कोलकाता : इस बार ईडी-सीबीआई राज्य के मंत्री बाबुल सुप्रियो के निशाने पर हैं। भाजपा के पूर्व सांसद ने एक ट्वीट में आरोप लगाया कि ईडी-सीबीआई दोनों राजनीतिक दलों की तरह काम कर रहे हैं। वे केंद्र में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार में हैं, इसलिए दोनों ही जांच एजेंसियां सिर्फ विपक्ष के खिलाफ काम कर रही हैं। बाबुल सुप्रियो ने विस्फोटक दावा करते हुए आगे कहा कि मैंने स्वयं कोयला माफियाओं के खिलाफ तत्कालीन कोयला मंत्री को काफी जानकारी दी थी। इसके बावजूद वे बिना किसी जांच के कैसे शुद्ध हो रहे हैं। जाहिर है कि भाजपा अपने पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री के सवाल से असहज हैं।
उल्लेखनीय है कि शक्तिगढ़ गोलीकांड में मारे गए राजू झा की राजनीतिक पहचान को लेकर विवाद शुरू हो गया है। बाबुल सुप्रियो का आरोप है कि राजू झा कैलाश विजयवर्गीय और दिलीप घोष के हाथों भाजपा में शामिल हुए थे। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। अपने पहले ट्वीट में उन्होंने दावा किया कि राजू झा को लेकर बंगाल भाजपा के कुछ नेताओं और उनके बीच असहमति थी। बाबुल ने आगे कहा कि दिलीप घोष और कैलाश विजयवर्गीय ने ही राजू झा को भाजपा में शामिल किया था।
कैलाश-दिलीप ही नहीं राज्य के मंत्री ने विधायक लखन घड़ुई पर भी निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि लखन ने ही राजू को भाजपा में लाने के लिए मध्यस्थता की थी।
सूत्रों के मुताबिक राजू झा को आसनसोल-दुर्गापुर इलाके में कोयला माफिया के तौर पर जाना जाता है। सूत्रों का दावा है कि वह गौ तस्करी के सरगना अब्दुल लतीफ से भी जुड़ा हुआ था। हालांकि, सीबीआई-ईडी की नजर में आते ही उनकी राजनीतिक गतिविधियां काफी कम हो गईं। इस दौरान वह सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे। वर्ष 2021 में चुनाव से पहले दिलीप घोष की जनसभा के दौरान राजू झा भाजपा में शामिल हो गए। इसके बाद काफी मेहनत करने के बावजूद राजू झा को भाजपा से टिकट नहीं मिला। राजू को सीआईडी ने गिरफ्तार भी किया था।
इस संदर्भ में बाबुल सुप्रियो ने आगे सवाल करते हुए कहा कि ये सभी बदमाश ईडी-सीबीआई की सूची से कैसे गायब हो रहे हैं। क्या भाजपा इसका वाजिब जवाब दे सकती है। हालांकि इस संबंध में दिलीप घोष का कोई जवाब नहीं आया। वहीं लखन घड़ुई ने कहा कि बाबुल सुप्रियो अभी भाजपा में नहीं हैं, ऐसे में उनकी बातों का कोई महत्व नहीं है।