कोलकाता : पश्चिम बंगाल की 108 नगरपालिकाओं के लिए 27 फरवरी को मतदान होना है। इस चुनाव के लिए प्रचार का शोर शुक्रवार की शाम 5:30 बजे थम गया है। रविवार 27 फरवरी को सुबह 7:30 बजे से मतदान शुरू होगा, जो शाम 5:30 बजे तक चलेगा। मतदान केंद्रों पर कोरोना नियमों का पालन करते हुए मतदान करने की व्यवस्था की गई है।
कलकत्ता हाई कोर्ट की चेतावनी के बीच शांतिपूर्वक चुनाव कराने की जिम्मेदारी राज्य चुनाव आयोग है। राज्य के 108 नगरपालिका क्षेत्रों में चुनाव के लिए 2276 मतदान केंद्रों को संवेदनशील चिन्हित किया गया है। ऐसे केन्द्रों पर अतिरिक्त संख्या में सशस्त्र पुलिसकर्मियों की तैनाती की जा रही है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर सुरक्षा की जिम्मेदारी सशस्त्र पुलिस बल की होगी जबकि मतदान केंद्रों के आसपास और विभिन्न क्षेत्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। डीआईजी रैंक के अधिकारियों को भी चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है, जिनकी निगरानी में कम से कम चार से पांच जिले होंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और इनकी निगरानी कोलकाता स्थित मुख्यालय से होगी।
चुनाव आयोग ने जिला प्रशासन को पहले ही निर्देश दिया है कि चुनाव के समय किसी भी तरह की धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को विशेष पर्यवेक्षक के तौर पर नियुक्त किया गया है। नगरपालिका चुनाव के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विशेष तौर पर प्रचार-प्रसार नहीं किया है। क्षेत्रीय स्तर पर क्षेत्र के ही बड़े नेताओं ने प्रचार-प्रसार में हिस्सा लिया है। इस चुनाव में करीब 7-8 करोड़ मतदाता अपने वोट डालेंगे।
उल्लेखनीय है कि हाल में संपन्न सभी चुनावों में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। इन नगरपालिकाओं के चुनाव में भी प्रचंड जीत का दावा तृणमूल पहले ही कर चुकी है। हालांकि विपक्षी भाजपा भी दावा कर रही है कि नगरपालिका चुनाव में उसकी अच्छी जीत होगी।