कोलकाता : पश्चिम बंगाल में कड़ी सुरक्षा के बीच पंचायत चुनाव के लिए आज सुबह सात बजे से शुरू मतदान पर ‘हिंसा के बादल’ समय चढ़ने के साथ और घने हो रहे हैं। आगजनी, गोलीबारी, बमबारी और लूटपाट के बीच अब तक मुर्शिदाबाद, मालदा, कूचबिहार और दक्षिण 24 परगना में पांच लोगों की हत्या की चुकी है। 24 से अधिक लोग घायल हुए हैं। राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर में स्थापित कंट्रोल रूम में सुबह से फोन पर घंटियां घनघनाती रहीं। राज्य चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा तीन घंटे बाद दफ्तर पहुंचे।
कूचबिहार में तो मतदान केंद्र को आग के हवाले कर दिया गया है। भाजपा पोलिंग एजेंट को बम से उड़ाया जा चुका है। एक पुलिसकर्मी और पीठासीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हैं। आयोग के दफ्तर पर सुबह से पत्रकारों का जमघट है। सिन्हा के पहुंचने से पहले किसी भी अधिकारी ने मुंह नहीं खोला। कंट्रोल रूम में करीब एक दर्जन से अधिक लैंडलाइन फोन पर घंटी लगातार बज रही है। राज्य चुनाव आयोग के दफ्तर में शिकायतों का पिटारा जमा हो चुका है। आयोग के सचिव नीलांजन शांडिल्य और अन्य कर्मचारी जरूर सुबह दफ्तर पहुंच गए पर आयुक्त तीन घंटे बाद आए हैं।