बर्लिन: स्पेन ने यूरो कप के फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 2-1 से मात देकर रिकॉर्ड चौथी बार यूरोपीय चैम्पियनशिप जीतने में कामयाबी हासिल की। रविवार को जर्मनी के बर्लिन में खेले गए रोमांचक मुकाबले में स्पेन के खिलाड़ी मिकेल ओयारजाबल ने 87वें मिनट में गोल दागा।
फाइनल मुकाबला खत्म होने से चंद मिनट पहले आए उनके गोल की बदौलत स्पेन की टीम एक बार फिर चैंपियन बनकर उभरी। स्पेन की टीम 1964, 2008 और 2012 में भी यूरो कप का खिताब अपने नाम कर चुकी है।
बर्लिन के ओलंपियास्टेडियन (1936 ओलंपिक के लिए बनाया गया स्टेडियम) में खेले गए यूरो कप के फाइनल मुकाबले अंतिम क्षणों में ओयारजाबल ने मार्क कुकुरेला के क्रॉस को गोल में डाला। उनका यह गोल ठीक उस समय आया जब एक-एक गोल की बराबरी पर खेल रहीं इंग्लैंड और स्पेन के बीच कांटे की टक्कर एक्स्ट्रा टाइम में जाना तय लग रहा था। ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस साल पूरे टूर्नामेंट में इंग्लैंड ने शानदार प्रदर्शन किया और एक समय उनकी जीत लगभग तय भी दिख रही थी। यूरो कप की दर्दनाक हार के बाद इंग्लैंड दुनिया की सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली राष्ट्रीय टीमों में से एक बन गई है।
हालांकि, स्पेन ने इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए रिकॉर्ड चौथा यूरोपीय चैम्पियनशिप खिताब जीत लिया। इसी के साथ 2-1 से हारने वाली इंग्लैंड की टीम का दशकों पुराना दर्दनाक इंतजार आगे भी जारी रहेगा। एक समय शून्य के मुकाबले एक गोल से पिछड़ रही इंग्लैंड की टीम में स्थानापन्न खिलाड़ी कोल पामर ने 73वें मिनट में बराबरी का गोल किया। इससे पहले 47वें मिनट में स्पेन के 17 वर्षीय प्रतिभाशाली फुटबॉलर लैमिन यामल से मिले शानदार पास पर निको विलियम्स ने फाइनल मुकाबले का पहला गोल दागा।