शुरू में अखिल भारतीय युद्ध स्मारक के नाम से जाने गए इंडिया गेट का निर्माण ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रथम विश्वयुद्ध और तीसरे एंग्लो-अफगान युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया था।
10 फरवरी 1921 को डयूक ऑफ कनॉट द्वारा इसकी आधारशिला रखी गई थी। इसके निर्माण में दस वर्ष लगे और 12 फरवरी 1931 को वायसराय लॉर्ड इरविन ने इंडिया गेट का उद्घाटन किया। दिल्ली के मुख्य वास्तुकार रहे एडविन लुटियन ने ही इंडिया गेट को भी डिजाइन किया।
इसके निर्माण में मुख्य रूप से लाल और पीले पत्थरों का उपयोग किया गया है जिन्हें भरतपुर से लाया गया था। इसकी ऊंचाई 137,79 फुट है और इसमें 13516 से अधिक भारतीय व ब्रिटिश सैनिकों के नाम अंकित हैं। स्मारक की संरचना पेरिस के आर्क डे ट्रॉयम्फ से प्रभावित है।