कोलकाता : भ्रष्टाचार में संलिप्तता के संदेह में तृणमूल के कई नेता और मंत्री फिलहाल जेल में हैं। इसे लेकर विपक्षी राजनीतिक दल लगातार हमलावर हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा था कि कोलकाता के मेयर और राज्य के एक अन्य दिग्गज मंत्री फिरहाद हाकिम भी जेल जाएंगे। शुक्रवार को फिरहाद ने इसपर पलटवार किया।
शुक्रवार को विधानसभा के सामने पत्रकारों से बातचीत में फिरहाद ने कहा, ‘मैं जेल जाने से नहीं डरता हूं। सुकांत खुद अपनी एजेंसी के साथ आयें और मुझे जेल ले जायें, लेकिन अपमान मत किजिये। मैं लोगों के हित के लिए राजनीति करता हूं। हममें स्वाभिमान है। मुझे इसकी वजह से व्यक्तिगत रूप से बहुत कुछ झेलना पड़ा है।’
फिरहाद हाकिम ने केंद्रीय एजेंसियों की भूमिका को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि आप जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। अगर आप तृणमूल में हैं तो चोर हैं और अगर आप किसी और पार्टी में हैं तो संत हैं? सुकांत की पार्टी वह वाशिंग मशीन है जिसमें प्रवेश करने पर हर कोई संत बन जाता है। क्या भाजपा में हर कोई संत है? इनमें से किसी के खिलाफ जांच क्यों नहीं हो रही है? केवल दूसरी पार्टी के नेताओं के खिलाफ मामला क्यों दर्ज हो रहा है?
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरह फिरहाद हकीम ने भी मीडिया ट्रायल पर अपना गुस्सा जाहिर किया और कहा कि अगर कोई अपराध करता है, तो उसे गिरफ्तार करें। लेकिन इस तरह का अपमान क्यों? मैंने क्या गलत किया है? क्या राजनेताओं का कोई स्वाभिमान नहीं है? यह हमेशा एक अपमान का विषय क्यों बन जाता है। फिरहाद ने यह भी कहा कि भारत में कानून, संविधान, न्यायपालिका है। जिसके मन में जो आएगा वह कह देगा या फिर जो मन में आएगा वह कर देगा। ऐसा तो भारत में नहीं चल सकता। सभी का स्वाभिमान है। इस काम के कारण मुझे व्यक्तिगत नुकसान हुआ है। केवल गैर भाजपा पार्टी के नेताओं के घरों की तलाशी क्यों ली जा रही है? क्या दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी में कोई बेईमान व्यक्ति नहीं है? उसका मीडिया ट्रायल क्यों नहीं होना चाहिए?
उल्लेखनीय है कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक समारोह में भाग लेते हुए वैधानिक मामलों में मीडिया ट्रायल को लेकर असंतोष जाहिर किया था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के पद चिन्हों पर चलते हुए फिरहाद हाकिम ने भी मीडिया ट्रायल की आलोचना की।