फिरोजाबाद : फिरोजाबाद जिले के भाजपा विधायक मुकेश वर्मा भी गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को अपना इस्तीफ़ा लिखित में भेज दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफ़ा पत्र में दलित, पिछड़ों व अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को उचित सम्मान ना दिए जाने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने अपना नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को बताया है।
विधायक मुकेश वर्मा फिरोजाबाद जिले की शिकोहाबाद विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को भेजे गये इस्तीफे में लिखा है, ‘भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश सरकार द्वारा अपने पूरे 5 वर्ष के कार्यकाल के दौरान दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं व जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई और ना ही उन्हें कोई उचित सम्मान दिया गया। इसके अलावा प्रदेश सरकार द्वारा दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगारों, नौजवानों और छोटे लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की भी घोर उपेक्षा की गई है। प्रदेश सरकार के ऐसे कूटनीतिकपरक रवैये के कारण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य शोषित पीड़ितों की आवाज है और वह हमारे नेता हैं, मैं उनके साथ हूं।’
2017 के विधानसभा चुनाव में हुए थे शामिल
विधायक मुकेश वर्मा वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में शिकोहाबाद विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वह वर्ष 2017 में बसपा छोड़कर भाजपा में आए और उन्हें मोदी लहर में विधायक बनने का सौभाग्य मिला। उन्होंने शिकोहाबाद विधानसभा में 87,851 वोट पाकर सपा प्रत्याशी संजय यादव को 10,777 मतों से हराया था। संजय यादव को 77, 074 वोट मिले थे। जबकि तीसरे नंबर पर बसपा के शैलेंद्र कुमार को 37, 512 वोट हासिल हुए थे।
चुनावी माहौल हुआ गर्म
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी, सिरसागंज सीट से सपा विधायक हरिओम यादव के भाजपा में शामिल होने के बाद शिकोहाबाद सीट से भाजपा विधायक मुकेश वर्मा का इस्तीफ़ा सोशल मीडिया पर वायरल होने से फिरोजाबाद में चुनावी माहौल गर्म हो गया है। कुछ लोग इसे राजनैतिक चाल भी मान रहे हैं। उनका कहना है कि विधायक मुकेश वर्मा के पांच वर्ष के कार्यकाल से न तो उनकी विधानसभा की जनता खुश थी और न ही पार्टी कार्यकर्ता व नेता। उनका इस बार टिकट कटना तय माना जा रहा था, इसलिए उन्होंने पार्टी पर टिकट का दबाव बनाने के लिए यह चाल चली है।
हकीकत जो भी हो लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा उनका यह इस्तीफा चुनावी माहौल में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि इस सम्बंध में विधायक मुकेश वर्मा से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। वहीं भाजपा जिला अध्यक्ष मानवेन्द्र प्रताप सिंह लोधी का कहना है कि इस्तीफे का पत्र सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी में आया है। इसकी वास्तविक जानकारी की जा रही है।