पूर्व बर्धमान : पश्चिम बंगाल के पुस्तकालय मंत्री सिद्दीकुल्ला चौधरी पर गुरुवार को हुए हमले के मामले में पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मंतेश्वर थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए इन पांचों आरोपितों को शुक्रवार को कालना अदालत में पेश किया जाएगा। स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार सभी आरोपित तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता या समर्थक के रूप में इलाके में पहचाने जाते हैं।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को मंत्री जब अपने विधानसभा क्षेत्र मंतेश्वर में एक बैठक के सिलसिले में पहुंचे थे, तभी उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। मंतेश्वर बाजार क्षेत्र में उनके काफिले को घेरकर कुछ प्रदर्शनकारियों ने झाड़ू, काले झंडे और ईट-लाठी लेकर हमला कर दिया। गाड़ी में तोड़फोड़ की गई और “चिटिंगबाज-धापाबाज” के नारे लगाते हुए उन्हें ‘गो बैक’ कहा गया। हमले में सिद्दीकुल्ला चौधरी के घायल होने की भी खबर है।
घटना के बाद मंत्री सीधे जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। बाहर निकलने के बाद उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरी घटना के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही। उन्होंने कहा, “यह षड्यंत्र करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए। अगर यह आतंकवाद नहीं रुका, तो मैं सड़कों पर उतरूंगा जैसे सीपीएम के शासन में आंदोलन करता था।”
सिद्दीकुल्ला चौधरी ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पार्टी ने इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं की, तो वे दस जुलाई को कोलकाता में एक महा विरोध रैली निकालेंगे। उन्होंने मंतेश्वर पंचायत समिति के अध्यक्ष अहमद हुसैन शेख पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हीं के इशारे पर यह हमला हुआ है।
प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि मंत्री पिछले चार वर्षो से क्षेत्र में कोई सक्रियता नहीं दिखा रहे हैं और विकास के नाम पर सिर्फ खोखले वादे किए गए हैं।
फिलहाल, पुलिस ने कुछ और लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और मामले की जांच जारी है।