कोलकाता : पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के विधायकों और राज्य के मंत्रियों की गिरफ्तारी की जानकारी विधानसभा अध्यक्ष को नहीं दिए जाने के लगातार आरोप लगते रहे हैं। लेकिन इस बार पहली बार ऐसा हुआ है जब राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में राज्य के पूर्व खाद्य मंत्री और वर्तमान में वन मंत्री ज्योतिप्रिय की गिरफ्तारी की जानकारी ईडी ने बिना समय गंवाए विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी को दे दी है। राज्य विधानसभा सचिवालय के सूत्रों ने शनिवार को बताया है कि ईडी की ओर से ज्योतिप्रिय मलिक की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई है।
इधर केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि मंत्री की गिरफ्तारी के सात घंटे के अंदर ही विधानसभा अध्यक्ष को इस बारे में जानकारी दे दी गई है। सूत्रों ने बताया है कि दुर्गा पूजा की वजह से राज्य के सारे सरकारी दफ्तर बंद हैं। विधानसभा सचिवालय के दफ्तर भी बंद है। आगामी सोमवार से सारे दफ्तर खुलेंगे। इसलिए ज्योतिप्रिय की गिरफ्तारी की जानकारी ई-मेल अथवा फैक्स के जरिए देने का मौका ईडी के पास नहीं था। इसीलिए सीधे तौर पर विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी को ही सुबह 10:30 बजे ज्योतिप्रिय मल्लिक की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी गई। विधानसभा अध्यक्ष ने भी इसकी पुष्टि की है।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले तृणमूल के विधायकों और राज्य के मंत्रियों की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं देने का आरोप लगाकर अध्यक्ष ने केंद्रीय एजेंसी पर सवाल खड़े किए थे। नियम है कि विधायकों अथवा मंत्रियों की गिरफ्तारी के लिए विधानसभा अध्यक्ष या राज्यपाल से अनुमति लेनी पड़ती है। इसके पहले राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के सिलसिले में राज्यपाल की अनुमति के बाद केंद्रीय एजेंसी ने उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की कार्रवाई शुरू की थी। इस बार किसी भी तरह से विवाद को टालने के लिए केंद्रीय एजेंसी ने पहले ही ज्योतिप्रिय की गिरफ्तारी की खबर दे दी है।