कोलकाता : झारखंड के खरसावां जिला अंतर्गत ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक साधु चरण महतो का कोलकाता के रवींद्रनाथ टैगोर अस्पताल में मंगलवार की दोपहर निधन हो गया है। वे 48 साल के थे।
मंगलवार को अस्पताल ने एक बयान जारी कर बताया कि पूर्व विधायक महतो की तबीयत बिगड़ने पर सोमवार की रात को उन्हें वेंटिलेशन पर रखा गया था। महतो कैंसर पीड़ित थे और एक महीने पहले ही गत 23 अक्टूबर को उनकी किडनी का भी प्रतिस्थापन हुआ था। उनकी पत्नी और पूर्व जिला परिषद सदस्य सारथी महतो ने अपनी किडनी उन्हें दान में दी थी। आरएन टैगोर कैंसर अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। किडनी प्रतिस्थापन के बाद उनकी सेहत में सुधार था लेकिन सोमवार रात अचानक तबीयत बहुत बिगड़ने लगी थी। मंगलवार की दोपहर उन्होंने अंतिम सांस ली।
महतो की तबियत बिगड़ने की सूचना पर सोमवार देर रात को ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, रांची के सांसद संजय सेठ और भाजपा के झारखंड प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी भी अस्पताल पहुंच गए थे। उनके साथ बंगाल भाजपा के नेता भी मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक आवास पर ले जाया जा रहा है। उनके निजी सुरक्षा गार्ड मांगीलाल ने बताया कि अंतिम संस्कार उनके विधानसभा क्षेत्र में ही किया जाएगा। वह इलाके में काफी लोकप्रिय थे और आक्रामक तेवर के लिए जाने जाते थे। महतो के निधन की खबर से ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री की पत्नी को चुनाव में था हराया
सरायकेला-खरसावां जिला स्थित आदित्यपुर निवासी पूर्व विधायक साधुचरण महतो अपने आक्रामक तेवर की वजह से लोकप्रिय थे। इन्होंने 2014 के विधानसभा चुनाव में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुधीर महतो की पत्नी सविता महतो को 42 हजार 250 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। साधुचरण महतो 2019 के चुनाव में भी ईचागढ़ से भाजपा के उम्मीदवार थे, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा की उम्मीदवार सविता महतो से हार गए थे। त्रिकोणीय मुकाबले में इन्हें पूर्व विधायक अरविंद सिंह उर्फ मलखान सिंह से भी कड़ी टक्कर मिली थी। बहरहाल, साधु महतो पर सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने के कई मामले दर्ज हुए थे। स्वर्णरेखा परियोजना के विस्थापितों के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया था।