कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री विश्वनाथ चौधरी (83) का शनिवार सुबह करीब 6ः45 बजे एसएसकेएम अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे। उन्होंने वामपंथी शासनकाल के दौरान लगभग ढाई दशक तक मंत्री पद संभाला। लगातार सात बार आरएसपी के टिकट पर बालुरघाट से विधायक चुने गए।
34 वर्षों के वाम शासन में उन्होंने 1987 से 2011 तक राज्य के कारा और समाज कल्याण विभागों की जिम्मेदारी निभाई। वे पहली बार 1977 में विधायक बने और 2011 में तृणमूल कांग्रेस के शंकर चक्रवर्ती से हार गए थे। कुछ साल पहले विश्वनाथ चौधरी को कैंसर हो गया था। उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था। आर्थिक तंगी के कारण परिवार इलाज का खर्च वहन नहीं कर पा रहा था। पार्टी के लिए भी निजी अस्पताल में इलाज जारी रखना मुश्किल हो गया था।
यह जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एसएसकेएम अस्पताल में उनके इलाज का प्रबंध किया। मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते ही उनकी स्थिति के बारे में जानकारी ली थी और स्वयं एसएसकेएम के अधीक्षक से संपर्क किया था। पूर्व मंत्री को 16 जुलाई को एसएसकेएम में भर्ती कराया गया था।
आरएसपी के महासचिव मनोज भट्टाचार्य ने बताया कि विश्वनाथ चौधरी के पार्थिव शरीर को बालुरघाट ले जाया जाएगा। वहां उनके अंतिम संस्कार की अन्य प्रक्रिया पूरी की जाएगी।