पटना : बिहार विधानसभा में शीतकालीन सत्र का चौथे दिन गुरुवार को दिन कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया और भाजपा विधायक वेल में पहुंच गए। भारी हंगामे के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।
शीतकालीन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन में दिए गए अमर्यादित बयान को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सदन के भीतर और बाहर अपने बयान के लिए माफी मांगने के बावजूद विपक्षी दल मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। सदन में सरकार की तरफ से जातीय गणना पर चर्चा के बाद से विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ रही है।
विधानसभा में आज कार्यवाही शुरू होने के साथ ही भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के विधायक, मुख्यमंत्री से उनके अमर्यादित बयान के लिए इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री ने जिस तरह से दोनों सदनों की गरिमा को आघात पहुंचाया है, सिर्फ माफी मांग लेना भर काफी नहीं है। मुख्यमंत्री के बयान के कारण पूरे विश्व में भारत की बेइज्जती हुई है।
स्पीकर के बार बार मना करने के बावजूद विपक्षी सदस्य मानने को तैयार नहीं थे। भाजपा के विधायक टेबल पटकने लगे और कुर्सी को हाथ में ले लिया। सदन के भीतर हाथापाई की स्थिति उत्पन्न हो गई। हालात बिगड़ता देख स्पीकर ने पहले 12 बजे तक सदन की कार्यवाही स्थगित की लेकिन बाद में उसे बढ़ा कर दो बजे तक कर दिया।