नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि पिछले 9 वर्षों में सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को ज्यादा तेज, ज्यादा पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने को लेकर प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि भर्ती प्रणाली में बदलाव से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद खत्म हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया और विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त भर्ती के लिए युवाओं को लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र पत्र प्रदान किये। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सभी भर्ती किए गए युवाओं और उनके परिवार को अपनी शुभकामनाएं दीं।
अपने संबोधन में गुजरात जैसे राज्यों में हाल के रोजगार मेले को याद करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र और भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में ये मेले युवाओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
भर्ती प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन बोर्ड ने नई भर्तियों को शामिल करने में मोटे तौर पर 15-18 महीने का समय लिया, जबकि आज इसमें केवल 6-8 महीने लगते हैं।
उन्होंने कहा, “पहले सरकारी नौकरी के लिए आवेदन करना मुश्किल होता था, फॉर्म लेने के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ता था। आज आवेदन करने से लेकर नतीजे आने तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है। आज दस्तावेज को स्व-सत्यापन करना भी पर्याप्त होता है। ग्रुप-सी और ग्रुप-डी के पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार भी खत्म हो गए हैं। इन सारे प्रयासों से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद की संभावनाएं खत्म हो गई हैं।”
प्रधानमंत्री ने आज की तारीख के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि ठीक नौ साल पहले इसी तारीख 16 मई 2014 को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे। प्रधानमंत्री ने उस दिन के उत्साह को याद करते हुए कहा कि सबका साथ-सबका विकास के मंत्र के साथ कदम बढ़ाने वाला भारत आज विकसित भारत बनने के लिए प्रयास कर रहा है।
अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आज सिक्किम का स्थापना दिवस भी है। उन्होंने कहा कि इन 9 वर्षों के दौरान रोजगार की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार की नीतियां बनाई गईं। आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो या ग्रामीण विकास, सरकार की हर योजना और नीति युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि पिछले नौ साल में सरकार ने पूंजीगत व्यय और बुनियादी सुविधाओं पर करीब 34 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इस साल के बजट में भी पूंजीगत व्यय के लिए 10 लाख करोड़ रुपए आवंटित किए गए थे। इस राशि के परिणाम स्वरूप नए राजमार्ग, नए हवाई अड्डे, नए रेल मार्ग, पुल आदि जैसे आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण हो रहा है। इससे देश में कई नई नौकरियां पैदा हो रही हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत की गति और उसका पैमाना स्वतंत्र भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। उन्होंने बताया कि पिछले नौ वर्षों में 40 हजार किलोमीटर रेल लाइन का विद्युतीकरण हुआ, जबकि उससे पहले के 7 दशक में मात्र 20 हजार किलोमीटर का विद्युतीकरण हुआ था।