आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में क्रांतिकारी मन्मथनाथ गुप्त को याद करने का विशेष महत्व है। माना कि 07 फरवरी,1908 को उनका जन्मदिन होने के कारण इस सम्बंध में यह तिथि विशेष है किंतु स्वयं मन्मथनाथ गुप्त का जीवन हर भारतवासी के लिए प्रेरक हो सकता है।
स्वतंत्रता संघर्ष के योद्धा होने के साथ हिन्दी, अंग्रेजी और बांग्ला के सिद्धहस्त लेखक मन्मथनाथ के दादा हुगली(बंगाल) छोड़कर उत्तर प्रदेश के वाराणसी आ गये थे। नेपाल में अध्यापक पिता वीरेश्वर गुप्त के इस पुत्र ने ऐसी मिसाल छोड़ी, जो भारत मां के हर पुत्र के लिए देश सेवा का मूल पाठ दे गया। मात्र 13 साल की वय में क्रांति का रास्ता अपनाने वाले 17 साल के किशोर से 1925 के सुप्रसिद्ध काकोरी कांड में गोली चली, तो एक निर्दोष मारा गया।
तब बिस्मिल सहित चार क्रांतिकारियों को फांसी हुई और कम उम्र के कारण मन्मथनाथ को 14 साल का कारावास हुआ। मन्मथनाथ गुप्त ने गलती से निर्दोष की हत्या पर खेद जताया तो पश्चाताप भी व्यक्त किया कि उन्हें खुद को फांसी क्यों नहीं मिली। वे जेल से आकर क्रांतिकारी लेखन करते रहे और फिर 1939 में गिरफ्तार हुए तो आजादी से पहले 1946 में ही रिहा हुए।
आजादी के आंदोलन सहित विभिन्न विषयों पर 80 पुस्तकों के लेखक और स्वतंत्रता सेनानी मन्मथनाथ गुप्त 26 अक्टूबर,2000 को हमारे बीच नहीं रहे। यशःकाय के नहीं रहने पर भी उनकी स्मृतियां निश्चित ही भारत के आजादी के इतिहास में उनके योगदान को जिंदा रखेंगी।
अन्य महत्वपूर्ण तिथियांः
1792– प्रुशिया एवं आस्ट्रेलिया के बीच फ़्रांस के ख़िलाफ़ एक समझौते पर हस्ताक्षर।
1831– यूरोपीय देश बेल्जियम में संविधान लागू।
1904– अमेरिका के बाल्टिमोर में आग लगने से 15 सौ इमारतें जलीं।
1915– चलती ट्रेन से पहली बार रेलवे स्टेशन को वायरलेस संदेश मिला।
1940– ब्रिटेन में रेलवे का राष्ट्रीयकरण।
1942– थाईलैंड के खिलाफ यूनाइटेड किंगडम ने युद्ध की घोषणा की।
1962 – क्यूबा से सभी तरह के आयात पर अमेरिका की रोक।
1962– जर्मनी की एक कोयला खदान में विस्फोट से लगभग 300 मजदूरों की मौत।
1999– जार्डन के शाह हुसैन की मौत, अब्दुला नये शाह बने।
2016– उत्तरी कोरिया का कई संयुक्त राष्ट्र संधियों का उल्लंघन करते हुए बाह्रा अंतरिक्ष में सैटेलाइट लॉच।