जिस वक्त दूसरे फिल्मकार मारधाड़ और नाटकीयता भरी फिल्में बना रहे थे, उस दौर में निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक सूरज बड़जात्या ने भारतीय समाज और परिवार पर भरोसा कर फिल्म बनाने का साहस किया। भारतीय साझा परिवारों की पृष्ठभूमि में साफ-सुथरे पारिवारिक मेलोड्रामा, भारतीय शादियां व उसके रस्म-रिवाज, सुमधुर गानों की भरमार वाली सूरज बड़जात्या की फिल्में दर्शकों के सिर चढ़कर बोलने लगी। उनकी फिल्मों की बेशुमार सफलता ने उन्होंने फिल्म बनाने का व्याकरण बदल दिया।
22 फरवरी 1964 को जन्मे सूरज बड़जात्या ने महज 24 साल की उम्र में 1989 में ‘मैने प्यार किया’ बनाकर निर्देशन के क्षेत्र में अपना सफर शुरू किया। फिल्म सुपरहिट साबित हुई और फिल्म के हीरो सलमान खान व हिरोइन भाग्यश्री रातोंरात स्टार बन गए। फिल्म में सलमान के किरदार का नाम था-प्रेम। सलमान ने बड़जात्या की अबतक की छह में से चार फिल्मों में काम किया। जिसमें उनका नाम प्रेम ही था।
पांच साल बाद 1995 में सूरज बड़जात्या ने ‘राजश्री प्रोडक्शन’ के तहत एक और फिल्म बनायी- ‘हम आपके हैं कौन।’ इस फिल्म ने भी इतिहास रच दिया। सलमान और माधुरी दीक्षित के साथ बनी इस फिल्म में 14 गाने थे। भारतीय संस्कृति में रची-बसी इस फिल्म में भारतीय शादियों को नये अंदाज में दिखाया गया। जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया। यह फिल्म ‘नदिया के पार’ की रीमेक थी। यहीं से हिंदी फिल्मों के रीमेक का ट्रेंड शुरू हुआ।
इसके बाद 1999 में ‘हम साथ-साथ हैं’, 2006 में ‘विवाह’ और 2015 में ‘प्रेम रतन धन पायो’ जैसी फिल्में बनायीं। उन्होंने वैसे तो कम ही फिल्में अबतक बनायी लेकिन यह साबित कर दिया कि फिल्मों की संख्या के मुकाबले उसकी गुणवत्ता हमेशा याद रखी जाती है।
अन्य अहम घटनाएं:
1732: अमेरिका के पहले राष्ट्रपति वाशिंगटन का जन्म।
1856: स्वतंत्रता सेनानी और समाज सुधारक स्वामी श्रद्धानंद का जन्म।
1889: स्वतंत्रता सेनानी और राष्ट्रवादी स्वामी सहजानंद सरस्वती का जन्म।
1906: हिंदी के सुप्रसिद्ध कवि सोहनलाल द्विवेदी का जन्म।
1914: कांग्रेस के अध्यक्ष रहे देवकांत बरुआ का जन्म।
1944: महात्मा गांधी की धर्मपत्नी कस्तूरबा गांधी का निधन।
1958: भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का निधन।
1982: सुप्रसिद्ध शायर जोश मलीहाबादी का निधन।