इतिहास के पन्नों मेंः 23 अप्रैल – जिन्होंने भारतीय फिल्मों का चेहरा गढ़ा

सत्यजीत रे भारतीय सिनेमा की इकलौती शख्सियत हैं, जिन्हें विश्व सिनेमा में सराहा गया और पद्मश्री से पद्म विभूषण, ऑस्कर अवॉर्ड से दादा साहेब फाल्के पुरस्कार तक मिला। इतना ही नहीं, 32 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।

20वीं सदी के सर्वोत्तम फिल्म निर्देशकों में शामिल सत्यजीत रे का जन्म 2 मई 1921 को कोलकाता में हुआ और प्रेसिडेंसी कॉलेज के साथ विश्व भारती विश्वविद्यालय में उनकी शिक्षा पूरी हुई।

सत्यजीत रे ने कुल 37 फिल्मों का निर्देशन किया जिनमें फीचर फिल्में, वृत्तचित्र, लघु फिल्में शामिल हैं। वे निर्देशन के साथ पटकथा लेखन, कला निर्देशन, संपादन सहित फिल्म निर्माण से जुड़ी विभिन्न विधाओं के माहिर थे। 23 अप्रैल 1992 में सत्यजीत रे का कोलकाता में निधन हो गया।

अन्य अहम घटनाएंः

1857ः प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू कुंवर सिंह का निधन।

1858ः प्रख्यात भारतीय विदुषी और समाज सुधारक पंडिता रमाबाई का जन्म।

1889ः हिंदी साहित्यकार जीपी श्रीवास्तव का जन्म।

1926ः हिंदी के उन्नायक, प्रखर चिंतक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी माधवराव सप्रे का निधन।

1927ः जानी-मानी संगीतकार उस्ताद अन्नपूर्णा देवी का जन्म।

1973ः हिंदी व ब्रजभाषा के सुप्रसिद्ध कवि व लेखक धीरेंद्र वर्मा का निधन।

2013ः हिंदी फिल्मों की सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका शमशाद बेगम का निधन।

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