इतिहास के पन्नों में : 14 अप्रैल – मौत से पहले सपने में देखी अपनी हत्या

अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति और दास प्रथा खत्म करने के लिए मशहूर अब्राहम लिंकन की हत्या के करीब 20 साल बाद मित्र और उनके पूर्व कानूनी सलाहकार वार्ड हिल लैमन ने रहस्योद्घाटन किया– अपनी हत्या से चंद रोज पहले अब्राहिम लिंकन ने सपने में देखा कि वे व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम की तरफ जा रहे हैं, जहां कई सारे सैनिक मातम मनाने की मुद्रा में खड़े हैं। जब उन्होंने एक सैनिक से पूछा कि किसकी मृत्यु हुई है, तो सैनिक का जवाब था- राष्ट्रपति की हत्या हो गई।

14 अप्रैल 1865 को अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहिम लिंकन वाशिंगटन के फोर्ड थियेटर में ‘अवर अमेरिकन कजिन’ नाटक देख रहे थे। हमेशा उनके साथ साये की तरह रहने वाला सुरक्षा गार्ड जॉन पार्कर नाटक के मध्यांतर में वहां से निकल चुका था। रात करीब 10 बजे एक जाना-माना रंगकर्मी जॉन वाइक्स बूथ, राष्ट्रपति लिंकन के सिर के पिछले हिस्से में गोली मारकर फरार हो गया।

घायल लिंकन को अस्पताल ले जाया गया लेकिन अगले दिन 15 अप्रैल 1865 की सुबह उनकी मौत हो गयी। लिंकन के हत्यारे बूथ को दस दिनों बाद वर्जीनिया में अमेरिकी सैनिकों ने एक मुठभेड़ में मार गिराया।

अन्य अहम घटनाएंः

1563ः सिखों के पांचवें गुरु अर्जुन देव जी का जन्म।

1862ः गुजरात के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता प्रभाशंकर पाटनी का जन्म।

1891ः भारतीय संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म।

1907ः स्वतंत्रता सेनानी पूरनचंद जोशी का जन्म।

1919ः हिंदी फिल्मों की सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका शमशाद बेगम का जन्म।

1920ः राजस्थान की जानी-मानी मांड गायिका गवरी देवी जन्म।

1950ः संत और समाजसेवी रमण महर्षि का निधन।

1962ः भारत रत्न और सुप्रसिद्ध भारतीय अभियंत्रक एम विश्वेश्वरैया का निधन।

1963ः प्रमुख साहित्यकार राहुल सांकृत्यायन का निधन।

1986ः फिल्म निर्देशक, छायाकार व लेखक नितिन बोस का निधन।

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