इतिहास के पन्नों में : 25 फरवरी – लोक कथाओं का हाजिरजवाब नायक

बात बीरबल की, जो अकबर के दरबार में प्रमुख वजीर और बादशाह के नौ रत्नों में एक थे। बुद्धिमत्ता और मेधा के लिए विख्यात बीरबल इतिहास में मिथक के रूप में याद किये जाते हैं, जिनके पास हर मुश्किल सवाल का दिलचस्प जवाब था। कहा जाता है कि 25 फरवरी 1586 को स्वात और बाजौर इलाके में एक पश्तून विद्रोही युसुफजाई के खिलाफ सैन्य अभियान के दौरान बीरबल की जान चली गयी। बीरबल की लाश तक नहीं मिल पायी।

1528 में पैदा हुए बीरबल का मूल नाम महेश दास था, जिनके जन्मस्थान को लेकर अलग-अलग धारणाएं हैं। कुछ विद्वानों का मत है कि उनका जन्म आगरा या कानपुर के घाटमपुर तहसील या दिल्ली में हुआ जबकि एक मजबूत मत है कि उनका जन्म मध्य प्रदेश के सीधी जिले के घोघरा गांव में हुआ था।

राजा बीरबल का ज्यादातर कार्य सैन्य और प्रशासनिक था। कहते हैं कि बादशाह अकबर भी उनकी बुद्धिमत्ता और हाजिर जवाबी के मुरीद थे और इसी वजह से अकबर के दरबार में उन्हें बीरबल का खिताब दिया गया। लिहाजा, उनकी बुद्धिमत्ता की बेशुमार कहानियां सुनने को मिलती हैं-

एकबार बादशाह अकबर के साथ बीरबल भी किसी दावत में गए। अन्य व्यंजनों के साथ उनके सामने बैंगन की सब्जी परोसी गयी जिसे खाकर बादशाह ने स्वाद की तारीफ की। मौका देखते ही बीरबल ने बादशाह से भी ज्यादा बैंगन की तारीफ कर डाली।

कुछ समय बाद एक दूसरी दावत में भी बादशाह और बीरबल के सामने बैंगन की सब्जी परोसी गयी तो इसबार बादशाह ने नाक-भौं सिकोड़कर नापसंदगी जाहिर की। बीरबल ने भी लगे हाथ बैंगन की सब्जी के तमाम अवगुण गिना दिये। इसे सुनकर हैरान बादशाह ने बीरबल से कहा कि तुम तो बहुत चापलूस हो।

बीरबल का जवाब था कि जहांपनाह, मैं आपका नौकर हूँ, बैंगन का नहीं।

अन्य अहम घटनाएं:

1836: सैमुअल कॉल्ट ने कॉल्ट रिवॉल्वर के लिए पेटेंट कराया।

1948: मशहूर चरित्र अभिनेता डैनी डैंनजोंगप्पा का जन्म।

1962: आम चुनाव में कांग्रेस की जीत की घोषणा।

1981: फिल्म अभिनेता शाहिद कपूर का जन्म।

1988: भारत की पहली मिसाइल पृथ्वी का सफल प्रक्षेपण।

1994: अभिनेत्री उर्वशी रौतेला का जन्म।

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