17 जून 1950 को अमेरिका के शिकागो में डॉ. रिचर्ड लॉलर की अगुवाई में डॉक्टरों की टीम ने किडनी ट्रांसप्लांट का पहला सफल ऑपरेशन किया। 49 वर्षीय महिला रूथ टकर की दोनों किडनियां खराब हो चुकी थी और डॉक्टरों को कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी। ऐसे में डॉ. रिचर्ड लॉलर ने किडनी प्रत्यारोपण का फैसला किया।
इस ऑपरेशन की सफलता ने दुनिया भर के चिकित्सा जगत को नयी राह दिखायी। लेकिन उस समय तक इन्फेक्शन रोकने वाली जरूरी दवाइयों की खोज नहीं हुई थी इसलिए रूथ टकर की किडनी लंबे समय तक साथ नहीं दे पायी। करीब 9 महीने बाद ही इसने काम करना बंद कर दिया।