इतिहास के पन्नों मेंः 13 मई – लोकतांत्रिक व्यवस्था का अहम दिन

देश के लोकतंत्र के लिए 13 मई 1952 एक ऐतिहासिक दिन है। इस तारीख को स्वतंत्र भारत का पहला संसद सत्र बुलाया गया था।

25 अक्टूबर 1951 से 21 फरवरी 1952 तक देश के प्रथम आम चुनाव के बाद पहली बार 17 अप्रैल 1952 को लोकसभा का विधिवत गठन हुआ और इसका पहला सत्र 13 मई 1952 को आयोजित किया गया। लोकसभा के पहले स्पीकर जीवी मावलंकर और डिप्टी स्पीकर एम अनंतशयनम अय्यंगर थे।

पहले आम चुनाव के बाद 03 अप्रैल 1952 को काउंसिल ऑफ स्टेट्स का गठन किया गया, जिसका नाम आगे चलकर 23 अगस्त 1954 को राज्यसभा किया गया। इसका पहला सत्र भी 13 मई 1952 को आयोजित किया गया। राज्यसभा के पहले अध्यक्ष डॉ. राधाकृष्णन थे जो देश के उप राष्ट्रपति होने के नाते ऊपरी सदन के पदेन अध्यक्ष थे। राज्यसभा के पहले उपाध्यक्ष एसवी कृष्णमूर्ति राव थे।

अन्य अहम घटनाएंः

1905ः पूर्व राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद का जन्म।

1951ः सबसे पहले ‘इंकलाब जिंदाबाद’ नारा इस्तेमाल करने वाले शायर और स्वतंत्रता सेनानी हसरत मोहानी का निधन।

1956: भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीज का जन्म।

1962ः सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन देश के दूसरे राष्ट्रपति बने।

1998ः भारत ने दुनिया के विभिन्न देशों के दबाव की परवाह न करते हुए दो और परमाणु परीक्षण किए।

2001ः देश के जाने-माने साहित्यकार आरके नारायण का निधन।

2016ः आध्यात्मिक गुरु बाबा हरदेव का निधन।

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