इतिहास के पन्नों मेंः 15 नवंबर – एक महान सफर की शुरुआत

तारीख- 15 नवंबर 1989, स्थान- कराची का नेशनल स्टेडियम में भारत बनाम पाकिस्तान टेस्ट मैच। इमरान खान की अगुवाई वाली पाकिस्तानी क्रिकेट टीम इस टेस्ट मैच की पहली पारी में 409 रन बनाकर कृष्णामाचारी श्रीकांत की कप्तानी वाली भारतीय टीम पर वैसे ही पर्याप्त दबाव डाल चुकी थी, ऊपर से भारतीय टीम एक समय 41 रनों पर 4 विकेट गंवा चुकी थी। मनोज प्रभाकर के आउट होने पर छठे नंबर पर उतरे शर्मीले दिखने वाले 17 वर्षीय सचिन रमेश तेंदुलकर। किसी ने सोचा नहीं था कि यह क्रिकेट के महानायक गढ़े जाने का मौका बन जाएगा।

इस मैच में हालांकि सचिन ने केवल 24 गेंदों का सामना करते हुए दो चौकों की मदद से केवल 15 रन बनाए।इसी टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले पाकिस्तानी गेंदबाज वकार युनूस ने सचिन तेंदुलकर का विकेट लिया। दूसरी पारी में सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला और यह टेस्ट ड्रॉ कराने में भारत सफल रहा। यह कपिलदेव का सौवां टेस्ट मैच था और उन्होंने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए मैन ऑफ द मैच भी बने।

इस मैच के बाद अगले करीब 24 साल तक दुनिया के तमाम देशों और टीमों के विरुद्ध सचिन तेंदुलकर का बल्ला कीर्तिमानों की नई ऊंचाइयां छूता रहा। शतकों का शतक बनाने वाले सचिन तेंदुलकर टेस्ट मैचों में 51 और वनडे मैचों में 49 शतक बनाए। 15 नवंबर 1989 को कराची नेशनल स्टेडियम से शुरू हुआ सचिन के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का सफर 16 नवंबर 2013 को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में थमा, जब उन्होंने अपने संन्यास की घोषणा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *