मुंबई : आयकर विभाग ने उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की 5 बेनामी सम्पत्तियों को जब्त करने का आदेश जारी किया है। साथ ही अजीत पवार को आयकर विभाग ने नोटिस जारी कर इन सम्पत्तियों के बारे में खुलासा करने का निर्देश दिया है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. किरीट सोमैया ने अजीत पवार के नजदीकी लोगों पर हजार करोड़ रुपये की धन उगाही का आरोप लगाया था। इसके बाद किरीट सोमैया ने मामले की शिकायत आयकर विभाग में की थी। इसी शिकायत के आधार पर आयकर विभाग ने अजीत पवार के नजदीकी लोगों के घर और कार्यालय पर छापा मारा था। आयकर विभाग ने अजीत पवार के नजदीकी लोगों की जरंडेश्वर शुगर फैक्टरी मार्केट, साउथ दिल्ली में स्थित फ्लैट मार्केट, पार्थ पवार के निर्मल आफिस, निलय नाम से गोवा में बना रिसोर्ट तथा महाराष्ट्र के 27 जिलों में अलग-अलग भूखण्डों को जब्त करने का आदेश जारी किया है। आयकर विभाग ने अजीत पवार को नोटिस जारी कर 90 दिनों में इन सम्पत्तियों के संदर्भ में खुलासा करने का भी निर्देश दिया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि किरीट सोमैया ने इसी तरह का आरोप खाद्यान्न व आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल पर भी लगाया था। इसके बाद छगन भुजबल को गिरफ्तार किया गया और 2 साल तक जमानत नहीं होने दी थी लेकिन कोर्ट ने छगन भुजबल को निर्दोष करार दिया था। अजीत पवार पर भाजपा के इशारे पर आयकर विभाग जो कार्रवाई कर रहा है, उसे भी कोर्ट में चुनौती दी जाएगी।