पाटण : भुज साइबर क्राइम ने इंटरनेशनल क्रिकेट सट्टा नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। प्रारंभिक जांच में एक साल में 52 अरब रुपये के टर्नओवर हुआ है। यह सट्टेबाजी पाटण और दुबई से संचालित की जा रही थी। इस मामले में पुलिस ने पाटण से एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश कर 1 अगस्त तक के लिए रिमांड पर लिया है।
भुज साइबर क्राइम को सूचना मिली थी कि ऑनलाइन क्रिकेट का सट्टा नेटवर्क चलाने वाला एक आरोपित पाटण आया हुआ है। इस सूचना के आधार पर भुज साइबर क्राइम की टीम ने पाटण से भरत चौधरी नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया। शुरुआत में पुलिस को भी यह अंदाजा नहीं लगा कि मामला इतने बड़े नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। आरोपित से प्राथमिक पूछताछ के दौरान उसके फोन चेक किए तो पुलिस के होश उड़ गए। जांच में यह नेटवर्क करोड़, दो करोड़ रुपये का नहीं बल्कि पूरे 5200 करोड़ (52 अरब) रुपये का निकला। आरोपित भरत ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक साल में सट्टेबाजी में 52 अरब रुपये का टर्नओवर किया। पुलिस ने आरोपित भरत को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेशकर 1 अगस्त तक के लिए रिमांड पर लिया है।
मामले में बॉर्डर रेंज आईजी चिराग कोरडिया ने बताया कि साइबर क्राइम पीआई को सूचना मिली थी कि भरत चौधरी, जो मूल पाटण जिले की राधनपुर तहसील कमालपुर गांव का रहने वाला है, दुबई से पाटण आया है। वह दुबई से ही महादेव बेटिंग, जो सौरभ चंद्राकर चलाता है, के साथ जुड़ा हुआ है। साथ ही अन्य अलग-अलग बेटिंग एप्लिकेशन के साथ भी उसका कनेक्शन है। उन्हाेंने बताया कि इस जानकारी के आधार पर भरत को पाटण से दबोच लिया गया। बाद में भरत का मोबाइल जांच किया गया तो इसमें 5200 करोड़ रुपये के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली है। मामले में कई अन्य आरोपितों के भी शामिल होने का अनुमान है। इस मामले में भुज साइबर सेल टीम ने आरोपित दिलीप प्रजापति, अतुल अग्रवाल, सौरभ चंद्राकर, सिंग रविकुमार, रोनक प्रजापति के विरुद्ध पाटण बी डिविजन थाने में प्राथमिकी दर्ज की है।