कोलकाता : ईसीएल की ओर से मंगलवार को डिसेरगढ़ क्लब, झालबगान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। कोविड-19 के कारण लगाए गए लॉकडाउन से महिलाओं और लड़कियों के लिए जोखिम बढ़ा है और घरेलू हिंसा के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है। ऐसी परिस्थिति में यह आयोजन महत्वपूर्ण रहा। वर्ष 2022 का अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, जो एक उचित समय है, का आयोजन ईसीएल में विभिन्न पदों पर कार्यरत लड़कियों व महिलाओं को लॉकडाउन के दौरान उनके अनुभवों की अभिव्यक्तियों का उचित मंच बना।
नारी सशक्तिकरण संबंधित गीत-संगीत, नाट्य व नृत्य रूपक आयोजन को निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) जयप्रकाश गुप्ता द्वारा मुख्य अतिथि के रूप में तथा डिसेरगढ़ त्रिशक्ति महिला मंडल की उपाध्यक्षा चंदा गुप्ता, महाप्रबंधक (एम एण्ड टीएस) नीलाद्री राय, सांकतोड़िया केन्द्रीय अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर शिवानी भट्टाचार्य, पूर्व विप्स समन्वयक डॉक्टर चैताली बसु द्वारा अतिथि के रूप में सुशोभित किया गया। इस आयोजन में ईसीएल मुख्यालय व इसके खनन क्षेत्र के अधिकांश महिला कर्मी उपस्थित रहीं।
अतिथियों के शुभागमन के उपरांत कोल इंडिया गीत का वादन हुआ।
फिर मुख्य अतिथि एवं समस्त अतिथियों द्वारा संयुक्त रूप से मंगलदीप प्रज्ज्वलित कर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के आयोजन का शुभारंभ किया गया। कल्ला केन्द्रीय अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अनुरंजिता रॉय द्वारा मुख्य अतिथि, समस्त अतिथियों व उपस्थित महिला श्रोताओं का स्वागत करते हुए संभाषण किया गया। तत्पश्चात केन्दा क्षेत्र की डिप्टी सीएमओ डॉक्टर नंदिनी रॉय चौधुरी द्वारा समस्त उपस्थित कर्मियों को विप्स की आधिकारिक शपथ दिलाई गई तथा विप्स समन्वयक भाविनी त्रिपाठी द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के सुअवसर पर जारी भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं कोल इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल के संदेशों का पाठ किया गया।
मुख्य अतिथि निदेशक तकनीकी (योजना व परियोजना) जयप्रकाश गुप्ता, महाप्रबंधक (एम एण्ड टीएस) नीलाद्री राय एवं महाप्रबंधक (सिविल) अभय कुमार द्वारा अपने-अपने अभिभाषण में नारी सशक्तिकरण पर बल दिया और सशक्त नारी सशक्त राष्ट्र का संदेश दिया।
मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा ईसीएल की चिरप्रतीक्षित बांग्ला पत्रिका “मृदंगार” का विमोचन किया गया जिसका संपादन बबिता महाता एवं सह-संपादन नमिता माझी सरेन द्वारा किया गया है। मृदंगार का अर्थ होता है मिट्टी का आग अर्थात कोयला।
नारी सशक्तिकरण के संकल्प को समर्पण और सातत्य से साधने वाली विप्स की पूर्व समन्वयक व सेवानिवृत्त डॉक्टर चैताली बसु, ईसीएल की महिला कर्मियों के प्रेरणास्रोत महाप्रबंधक (एम एण्ड टीएस) नीलाद्री राय तथा खेलकूद में राष्ट्रीय स्तर पर नारी शक्ति व ईसीएल का नाम रौशन करने वाली मुगमा क्षेत्र की महिला कर्मी व कराटा खिलाड़ी प्रियंका भट्टाचार्य को सम्मानित किया गया।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के वैश्विक ध्येय #BreakTheBias (पूर्वाग्रहों को तोड़े) पर श्रावणी चौधुरी एवं नारी सशक्तिकरण विषय पर भावना द्वारा प्राक्कथन किया गया।
आयोजन के अगले पड़ाव में ईसीएल में कार्यरत महिला कर्मियों, कल्ला नर्सिंग स्कूल एवं ध्रुपदी नृत्य कला केन्द्र द्वारा गीत, संगीत, नाट्य, नृत्य रूपक प्रस्तुतियाँ दी गयीं।
कल्ला केन्द्रीय अस्पताल में अवस्थित नर्सिंग स्कूल की छात्राओं द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई। नाट्य प्रस्तुति के माध्यम से ध्रुपदी नृत्य कला केन्द्र द्वारा करुणामयी व नयनाभिराम नाट्य प्रस्तुति दी गई।
काजोड़ा क्षेत्र की रीमा ब्रह्मचारी, शर्मिला बैनर्जी, निशा रॉय, अनुलेखा नंदी द्वारा नृत्य, मुगमा क्षेत्र की प्रियंका भट्टाचार्य द्वारा भरतनाट्यम, सोदपुर क्षेत्र की श्रेया चटर्जी द्वारा ओडिसी नृत्य, ईसीएल मुख्यालय की संथाल महिला कर्मियों द्वारा संथाली नृत्य, केन्दा क्षेत्र की सुचन्द्रिमा विश्वास द्वारा महिला सशक्तिकरण पर नृत्य तथा सालानपुर क्षेत्र की ऋयंका चटर्जी द्वारा नृत्य प्रस्तुत किए गए।
मुगमा क्षेत्र की रिंकू रॉय व मनभावती देवी, कल्ला केन्द्रीय अस्पताल की अनिता मुखर्जी एवं पाण्डवेश्वर क्षेत्र की सोनाली पॉल ने काव्य पाठ तथा कल्ला केन्द्रीय अस्पताल की अनन्या धीबर ने गीत एवं सोदपुर क्षेत्र की सोनाली चट्टोराज ने गायन प्रस्तुत किए गए।
आयोजन को ईसीएल की सशक्त नारियों की प्रतिकात्मक व सांस्कृतिक रूप प्रधान करने के लिए समस्त ईसीएल महिला कलाकारों, नर्सिंग स्कूल के छात्राओं एवं ध्रुपदी नृत्य कला केन्द्र के कलाकारों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया।
अंत में, ईसीएल के केंदा क्षेत्र की डिप्टी सीएमओ डॉक्टर नंदिनी रॉय चौधुरी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के आयोजन को संपन्न किया गया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के आयोजन का राजभाषा विभाग की कर्मी सुमेधा भारती द्वारा सुचारू व सफल संचालन किया गया। आज के अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की समस्त व्यवस्था विप्स समन्वयक व प्रबंधक (कार्मिक व प्रशासन) भाविनी त्रिपाठी द्वारा की गयी।