कोलकाता : आईएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने तृणमूल विधायक शौकत मोल्ला के विवादित बयान के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है। नौशाद ने बैंकशाल की अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में यह मामला दायर किया।
नौशाद के वकील यासीन रहमान ने बताया कि शौकत ने हाल ही में नौशाद को “आतंकी” कहा था, जो पूरी तरह से आधारहीन और उद्देश्यपूर्ण बयान है। वकील का कहना है कि यह बयान न केवल नौशाद की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रणाली में विश्वास को भी कमजोर करता है।मामले की प्रारंभिक सुनवाई के बाद अदालत ने शिकायत स्वीकार कर ली है। अदालत जल्द ही शौकत मोल्ला को समन भेजेगी।
समन मिलने के बाद उन्हें अदालत में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा। आईएसएफ ने इस बयान को पार्टी और उसके समर्थकों की गरिमा पर हमला बताया है। उनका कहना है कि राजनीति में व्यक्तिगत हमले और झूठे आरोप लगाने की प्रवृत्ति को समाप्त करना चाहिए।
तृणमूल विधायक का बयान
मुकदमे की जानकारी मिलने के बाद शौकत मोल्ला ने कहा, “मुझे पता चला है कि नौशाद ने मेरे खिलाफ मुकदमा किया है। अदालत जो भी पूछेगी, मैं कानूनी रूप से उसका जवाब दूंगा।”
साल 2021 में आईएसएफ के उम्मीदवार के रूप में नौशाद सिद्दीकी ने भांगर विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। उस समय तृणमूल की जबरदस्त लहर के बावजूद भांगर में इस अप्रत्याशित हार के बाद तृणमूल नेतृत्व ने शौकत मोल्ला को भांगर विधानसभा का प्रभारी बनाया। तभी से नौशाद और शौकत के बीच राजनीतिक टकराव जारी है।
इस टकराव ने हिंसा का रूप भी लिया। भांगर में कई बार राजनीतिक संघर्ष और जान-माल के नुकसान की घटनाएं सामने आई हैं। अब यह विवाद अदालत तक पहुंच गया है।
आईएसएफ ने स्पष्ट किया है कि वह राजनीतिक संघर्ष में व्यक्तिगत हमलों और झूठे आरोपों को बर्दाश्त नहीं करेगा। उनका कहना है कि शौकत के बयान ने न केवल नौशाद, बल्कि पार्टी और उसके समर्थकों की प्रतिष्ठा को भी चोट पहुंचाई है।