जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रावास अधीक्षक ने किया दावा : खूब होती थी रैगिंग, प्रबंधन सबकुछ जानता था

कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में बांग्ला विभाग के प्रथम वर्ष के छात्र की मौत के मामले में हॉस्टल अधीक्षक ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है। हॉस्टल अधीक्षक द्वीपायन दत्त ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया है कि हॉस्टल में छात्रों के साथ खूब रैगिंग होती थी और इसकी पूरी जानकारी विश्वविद्यालय प्रबंधन को थी।

हालांकि, इसे रोकने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने हॉस्टल में व्याप्त नशे को लेकर भी अपना मुंह खोला। दावा है कि हॉस्टल में सीनियर्स का दबदबा था। यहां गाजा शराब अफीम चरस का जमकर नशा किया जाता था।

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हॉस्टल में जब नये लड़के आते थे तो सीनियर्स से उनका ”परिचय” कराया जाता था। इस दौरान छात्रों के कपड़े भी उतार दिए जाते थे। उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों को हॉस्टल में रैगिंग और शराब पार्टियों की जानकारी थी। अधीक्षक ने पुलिस को बताया है कि आए दिन रात को इस तरह की घटनाएं होती थीं और इस बारे में जब अधिकारियों को जानकारी दी जाती थी तो कोई मदद नहीं मिलती थी।

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