कोलकाता : इतिहासकारों की राय है कि भविष्य में आप जितना दूर देखना चाहते हैं, उतना ही पीछे अतीत में देखिये, अतीत से ही भविष्य बनाने की ताकत मिलती है। सोमवार को यह बात राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने नेताजी इंडोर स्टेडियम के कॉन्फ्रेंस हॉल में प्रेस क्लब, कोलकाता के सहयोग से छपते-छपते द्वारा हिंदी पत्रकारिता पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान कही।अतीत की चर्चा करते हुए उन्होंने अंग्रेजों के दौर में ऊंचाई प्राप्त करने वाली भाषाई पत्रकारिता का प्रसंग उठाते हुए कहा कि आज भी लोगों के जेहन में वही भाषाई पत्रकारिता है, जिसने देश को दिशा दी।
‘अमर उजाला’ दैनिक के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री ने कहा कि पत्रकारिता के अच्छे व खराब दोनों ही आयाम हैं। दोनों पर विचार कर काम करना होगा। इस मौके पर राज्यसभा सांसद नदीमुल हक़, भारतीय जनसंचार संस्थान के निदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, जनमोर्चा की संपादक डॉ. सुमन गुप्ता समेत अन्य गण्यमान्य मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार विश्वंभर नेवर ने किया।
प्रेस क्लब, कोलकाता के अध्यक्ष
स्नेहाशीष सूर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।