कोलकाता : कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गांगुली ने नौकरी के लिए आंदोलनरत एक और कैंसर पीड़ित उम्मीदवार की अर्जी सोमवार को सुनी है। उसने जल्द से जल्द नौकरी देने संबंधी अपनी याचिका पर सुनवाई की अर्जी लगाई थी जिस पर उन्होंने जल्द सुनवाई करने का आदेश दिया है। याचिकाकर्ता का नाम मधुलिना है। इसके पहले न्यायमूर्ति गांगुली ने सोमा दास नाम की कैंसर पीड़िता को नौकरी देने का आदेश दिया था जिसके बाद वह शिक्षक की नौकरी पा चुकी हैं। सोमवार को जैसे ही कोर्ट खुला और सुनवाई शुरू हुई, न्यायालय के समक्ष यह मामला आया। मधुलिका कोर्ट के समक्ष रो पड़ी।
मधुलिका के अधिवक्ता ने बताया कि कैंसर पीड़ित होने के बावजूद लंबे समय से वह आंदोलन कर रही हैं, वह भी तब जब क़ानूनी तरीके से दी गई सभी परीक्षाएं वह पास कर चुकी हैं और मेरिट लिस्ट में हैं। इसके बाद कोर्ट ने कहा कि इस मामले की सुनवाई आज ही पूरी की जाएगी।
मधुलिका के अधिवक्ता ने बताया है कि 2016 में उन्होंने प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा दी थी। तब उनकी उम्र 35 साल थी लेकिन बाद में 2021 में जब इसके लिए नियुक्ति शुरू की गई तो उम्र को आधार बताकर उन्हें दरकिनार कर दिया गया जबकि परीक्षा के समय उनकी आयु सरकार द्वारा तय की गई उम्र से दो साल कम थी।