देश-दुनिया के इतिहास में 29 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। इस तारीख का अभूतपूर्व महत्व भारत में सांख्यिकी के क्षेत्र में है। सामाजिक-आर्थिक नियोजन और नीति तैयार करने में सांख्यिकी के महत्व के बारे में जन जागरुकता पैदा करने के लिए भारत में हर साल 29 जून को राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका मकसद रोजमर्रा की जिंदगी में और योजना एवं विकास की प्रक्रिया में सांख्यिकी के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक करना है। यह दिवस भारत के प्रख्यात सांख्यिकीविद् दिवंगत प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जन्मतिथि पर मनाया जाता है। दुनिया में वो पीसी महालनोबिस के नाम से विख्यात हैं।
हर साल सांख्यिकी दिवस समसामयिक राष्ट्रीय महत्व के विषय पर केंद्रित होता है। इस साल का विषय ‘सतत विकास लक्ष्यों की निगरानी के लिए राष्ट्रीय संकेतक ढांचे के साथ राज्य संकेतक ढांचे का संरेखण’ है। इस वर्ष सांख्यिकी दिवस-2023 का मुख्य कार्यक्रम स्कोप कन्वेंशन सेंटर, स्कोप कॉम्प्लेक्स, लोधी रोड, नई दिल्ली में होगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना मंत्रालय और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह होंगे।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अध्यक्ष प्रो. राजीव लक्ष्मण करंदीकर का संबोधन भी होगा। कार्यक्रम में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों के भी हिस्सा लेने की संभावना है। कार्यक्रम में स्नातकोत्तर विद्यार्थियों के लिए आयोजित ‘ऑन द स्पॉट निबंध लेखन प्रतियोगिता, 2023’ के विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा।