कोलकाता : पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में सोमवार को लगातार दसवे दिन स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं, क्योंकि जूनियर डॉक्टरों ने अपनी सहकर्मी के साथ बलात्कार और हत्या के विरोध में काम बंद रखा है। यह घटना आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुई थी, जिसने पूरे राज्य में आक्रोश फैला दिया है।
सप्ताह के पहले दिन अस्पतालों के बाह्य रोगी विभागों (ओपीडी) में भारी भीड़ देखी गई। जूनियर डॉक्टरों की अनुपस्थिति में वरिष्ठ डॉक्टर स्थिति को संभालने की कोशिश करते दिखे। एक आंदोलनकारी डॉक्टर ने बताया, “यह विरोध हमारी एक महिला डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर है, जिसने मरीजों की सेवा करते हुए 36 घंटे तक काम किया और उसके बाद उसे इस क्रूरता का सामना करना पड़ा। यह 11 दिन हो गए जब उसका शव मिला, लेकिन अभी तक न्याय कहां है? हम तब तक विरोध जारी रखेंगे जब तक हमारी बहन के लिए न्याय नहीं मिलता।”
नौ अगस्त को आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज में ड्यूटी के दौरान एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की गई थी। इस घटना के बाद देशभर के चिकित्सा पेशेवरों में गुस्सा फैल गया है और वे पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। साथ ही, कार्यस्थल पर बेहतर सुरक्षा के लिए कानून बनाने की भी अपील कर रहे हैं।