कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ होने वाली बैठक में सोमवार को जूनियर डॉक्टर शामिल होंगे। हालांकि, बैठक के लिए मुख्य सचिव मनोज पंत द्वारा रखी गई शर्त को वे मानने के लिए तैयार नहीं हैं। जूनियर डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि बैठक से पहले अनशन नहीं उठाया जाएगा। बैठक के बाद ही इस पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
शनिवार को धर्मतल्ला स्थित अनशन मंच पर मुख्य सचिव मनोज पंत पहुंचे थे, जहां उन्होंने जूनियर डॉक्टरों से बातचीत की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने फोन पर डॉक्टरों से बातचीत की और सोमवार की शाम नवान्न में बैठक के लिए डॉक्टरों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया। हालांकि, बैठक में शामिल होने वाले डॉक्टरों ने कहा कि वे मुख्य सचिव की शर्त को मानकर अनशन नहीं तोड़ेंगे।
जूनियर डॉक्टरों के संगठन की ओर से कहा गया कि शनिवार रात और रविवार सुबह तक एनआरएस मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों की बैठक चली, जिसमें इस बात पर निर्णय लिया गया कि अनशन जारी रहेगा। उन्होंने मुख्य सचिव को ईमेल कर बताया कि बैठक में शामिल होंगे, लेकिन अनशन तभी समाप्त होगा जब मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठक में उचित समाधान निकलेगा।
जूनियर डॉक्टरों में से एक, देवाशीष हालदार ने बताया कि 14 दिनों के बाद मुख्य सचिव और गृह सचिव अनशनस्थल पर पहुंचे और फोन के माध्यम से मुख्यमंत्री ने उनसे बात की। लेकिन इस बातचीत से अनशनकारियों को निराशा हुई। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री अभी भी उनकी 10 सूत्री मांगों से अनभिज्ञ हैं। उन्होंने ई-मेल के जरिए मुख्य सचिव को अपने सभी मुद्दे स्पष्ट रूप से बता दिए हैं।
मुख्य सचिव ने डॉक्टरों को बताया कि सोमवार की शाम पांच बजे नवान्न में मुख्यमंत्री से उनकी मुलाकात होगी। 45 मिनट का समय दिया गया है, और डॉक्टरों को 4:30 बजे तक वहां पहुंचना होगा। हालांकि, उन्होंने बैठक से पहले अनशन समाप्त करने की शर्त रखी थी, जिसे डॉक्टरों ने खारिज कर दिया है।
डॉक्टरों ने कहा कि अगर बैठक में भी समाधान नहीं निकला तो मंगलवार को पहले से निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आंदोलन जारी रहेगा और भविष्य में इसे और तेज किया जाएगा।