– आमने-सामने हुए शुभेंदु व ममता
कोलकाता : कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर जस्टिस टी. एस. शिवगणनम ने गुरुवार को शपथ ले ली। कलकत्ता हाईकोर्ट के एक नंबर कोर्ट रूम में आयोजित हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल डॉ.सी.वी. आनंद बोस ने उन्हें शपथ पाठ करवाया। उसके बाद राज्यपाल ने मुख्य न्यायाधीश का दोनों हाथ पकड़ कर उनका अभिनंदन किया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी भी उपस्थित थे। इसके अलावा कोलकाता के मेयर और ममता कैबिनेट में मंत्री फिरहाद हाकिम, कानून मंत्री मलय घटक, चंद्रिमा भट्टाचार्य, विधानसभा में अध्यक्ष विमान बनर्जी के अलावा केंद्र सरकार के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल और हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित थे। एक नंबर कोर्ट रूम जो मुख्य न्यायाधीश का न्यायालय है, उसमें शपथ पाठ के दौरान भी राजनीतिक विरोध नेताओं के बीच नजर आया।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सुबह 10:30 बजे के करीब कोर्ट रूम में पहुंचीं। उसके पहले मेयर फिरहाद हाकिम पहुंच गए थे और उन्हीं के पास नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की सीट थी। वहां जाकर शुभेंदु बैठे भी। कुछ देर तक वह अपने मोबाइल में लगे रहे। उसके बाद हाकिम ने शुभेंदु से दो बार हल्की बातचीत की। उसके बाद उठकर उसी क़तार में बायीं ओर एकदम किनारे की सीट पर जाकर बैठ गए। जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आईं तो सारे लोग खड़े हुए उसमें शुभेंदु भी खड़े हुए। लेकिन दोनों के बीच कोई बात नहीं हुई और ममता उनके पास से गुजरते हुए अपनी सीट पर जा कर बैठीं। मुख्य न्यायाधीश के शपथ के बाद भी मुख्यमंत्री उनके पास गईं और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
उल्लेखनीय है कि मई महीने की एक तारीख को केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर जस्टिस टीएस शिवगणनम को हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर नियुक्ति की घोषणा की थी। उसके पहले नौ फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने जस्टिस शिवगणनम का नाम हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर सिफारिश की थी। 30 मार्च को कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश के तौर पर उनके नाम का उल्लेख कर केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी की थी। निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की सेवानिवृत्ति के बाद से चीफ जस्टिस का कार्यभार वह संभाल रहे थे।
चेन्नई के लोयोला कॉलेज से बीएससी की डिग्री लेने वाले जस्टिस शिवगणनम ने मद्रास लॉ कॉलेज से बीएल पास किया था। 1986 के सितंबर महीने में वह बार काउंसिल ऑफ़ तमिलनाडु के सदस्य बने थे। 2009 में मद्रास हाई कोर्ट में एडिशनल जज के तौर पर नियुक्त हुए। उसके बाद 2011 में वह स्थाई न्यायाधीश बने। 2021 की 25 अक्टूबर को कलकत्ता हाई कोर्ट में न्यायाधीश के तौर पर वह नियुक्त हुए थे। स्टार लाइट प्लांट, चिदंबरम के घर इनकम टैक्स की छापेमारी समेत कई महत्वपूर्ण मामलों में सुनवाई कर चुके हैं।