West Bengal : कोर्ट में पेशी के समय ज्योतिप्रिय की तबियत बिगड़ी, 10 दिनों के ईडी हिरासत में भेजे गए

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार सूबे के पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की तबियत बिगड़ गई है। शुक्रवार सुबह उनकी गिरफ्तारी के बाद ईडी अधिकारियों ने जोका के ईएसआई अस्पताल में उनकी चिकित्सकीय जांच करने के बाद उन्हें विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश किया। पेशी के समय जज के सामने ही वह उल्टी करने लगे। बाद में कोर्ट ने उन्हें 10 दिनों की ईडी हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान जब मल्लिक की तबियत बिगड़ी तो जज ने उन्हें वातानुकूलित कमरे में इंतजार करने को कहा। ईडी ने कोर्ट में ज्योतिप्रिय मल्लिक के खिलाफ कई सबूत पेश करते हुए कहा कि बकीबुर रहमान, जिसे राशन वितरण भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया गया है, वह ज्योतिप्रिय मल्लिक का बेहद खास रहा है। उसने बताया है कि 12 करोड़ रुपये में तीन कंपनियां खरीदने का निर्देश मल्लिक ने ही उसे दिया था।

इसके अलावा थर्ड पार्टी ट्रांसफर के जरिए करोड़ों रुपये का लेनदेन बकीबुर और मंत्री के परिवार के बीच हुआ है। साक्ष्य के तौर पर ईडी ने बताया कि चुनावी हलफनामे में 2016 में मल्लिक ने बताया था कि उनकी पत्नी के खाते में केवल 45 हजार रुपये का लेनदेन हुआ है जबकि साल भर में छह करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए और नौ करोड़ से अधिक बेटी के अकाउंट में जमा रखा गया। इन तमाम साक्ष्यों को देखने के बाद कोर्ट ने उन्हें छह नवंबर तक के लिए ईडी हिरासत में भेज दिया। हालांकि कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि यह 10 दिनों की हिरासत उस दिन से शुरू होगी जब वह स्वस्थ हो जाएंगे। फिलहाल उन्हें उनके पसंदीदा अस्पताल में भर्ती करने का आदेश कोर्ट ने दिया।

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पेशी के समय ज्योतिप्रिय मल्लिक की पत्नी और बेटी भी कोर्ट में मौजूद थे। सभी ने उन्हें ईएम बाईपास के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती करने की इच्छा जाहिर की, जिसके बाद कोर्ट ने कहा कि वह अपने परिवार के खर्चे पर अस्पताल में भर्ती होंगे। कोलकाता पुलिस की जो एंबुलेंस उन्हें अस्पताल ले जाने के लिए आई थी, ज्योतिप्रिय ने उसमें भी बैठने से इनकार कर दिया। उसके बाद एक निजी संस्था की वातानुकूलित एंबुलेंस लाई गई। उसी में उन्हें ले जाकर बाईपास के निकट स्थित एक अस्पताल में भर्ती किया गया है। समाचार लिखे जाने तक उनकी मेडिकल जांच चल रही थी। ईडी सूत्रों ने दावा किया है कि कोर्ट में पेशी से पहले जोका के ईएसआई अस्पताल में जब ज्योतिप्रिय मल्लिक की चिकित्सकीय जांच हुई तो उन्हें शुगर और अन्य बीमारियां जो पहले से हैं, उस बारे में पुष्टि हुई लेकिन उनका स्वास्थ्य सामान्य था।

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