कोलकाता : परिवार मिलन द्वारा परिकल्पित स्वर्गीय परमानन्द चूड़ीवाल की साहित्यिक अभिरुचि से अनुप्रेरित अष्टम एवं नवम काव्य-वीणा सम्मान समारोह में छंद-बद्ध लयात्मक भाषाई सौष्ठव से निहित काव्य-कृति “प्रिया तुम्हारा गाँव” के रचनाकार अशोक अंजुम (अलीगढ़) एवं “मन की पीर” के रचनाकार जयकुमार रूसवा (कोलकाता) को 18 दिसम्बर 2021 को संध्या 5:00 बजे भारतीय भाषा परिषद सभागार में अष्टम एवं नवम “काव्य-वीणा सम्मान” से अलंकृत किया गया।
दोनों रचनाकारों को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह के साथ 51000/-₹ की राशि चर-अचर न्यास के सौजन्य से भेट की गई। आशाराज कानूनगो, अरुण चूड़ीवाला, महावीर मनकसिया, ईश्वरी प्रसाद टांटिया ने अतिथियों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम का आरम्भ शुभा चूड़ीवाल द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ। अशोक अंजुम एवं जयकुमार रूसवा ने अपने वक्तव्य के साथ विविध आयामी कविताओं से सभागार को हर्षित, प्रफुल्लित एवं भावुक कर दिया। सभागार में उपस्थित श्रोताओं ने भाव विभोर होकर कविताओं, दोहों, गीतों का आनंद लिया।
इस सारस्वत आयोजन की अध्यक्षता प्रख्यात साहित्यकार काव्य-वीणा सम्मान की चयन समिति के वरिष्ठ सदस्य एवं बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के अध्यक्ष डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी ने की।
कार्यक्रम में मंच पर विराजमान चयन समिति के सदस्य डॉ. ऋषिकेश राय को उत्तरीय प्रदान कर सम्मानित किया गया। डाॅ. राजश्री शुक्ला ने चयन प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुए अपनी बात रखी। अजीत बच्छावत ने धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यक्रम का सुचारू रूप से संचालन किया संस्था के उपाध्यक्ष राजेन्द्र कानूनगो ने।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अंजू गुप्ता, विनीता मनोत एवं अमित मूंधड़ा ने अहम भूमिका निभायी। सर्वश्री योगेंद्र गुप्ता, बंशीधर शर्मा, विजय झुनझुनवाला, अरुण मल्लावत, महावीर बजाज, रवि प्रताप सिंह, सुरेश चौधुरी, रावेल पुष्प आदि अनेक साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम महिमामंडित हुआ।