कोलकाता : संदेशखाली के धामाखाली में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद सिख आईपीएस अधिकारी जसप्रीत सिंह को कथित तौर पर खालिस्तानी कहने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुभेंदु अधिकारी की उक्त टिप्पणी को लेकर सिख समुदाय के लोग भाजपा के मुरलीधर सेन लेन स्थित कार्यालय के समक्ष बुधवार की सुबह से ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि भाजपा नेताओं को इसके लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए, नहीं तो आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और उग्र होगा।
उल्लेखनीय है कि शुभेंदु अधिकारी एवं विधायक अग्निमित्रा पाल सहित राज्य भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को संदेशखाली गया था। वहां धामाखाली में रोके जाने पर ड्यूटी पर तैनात एक सिख पुलिस अधिकारी जसप्रीत सिंह के साथ भाजपा नेताओं की बहस हो गई। विवाद के दौरान कथित तौर पर शुभेंदु अधिकारी ने ड्यूटी पर तैनात जसप्रीत सिंह को “खालिस्तानी” कह दिया। इस पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीखी प्रतिक्रया व्यक्त की। राज्य पुलिस ने भी इसका वीडियो पोस्ट कर विरोध जताया है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य पुलिस एडीजी (साउथ बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने कहा कि विपक्षी नेता ने ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी जसप्रीत सिंह को खालिस्तानी कहा। यह जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए किया गया है। हम इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।