कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से संबंधित दस्तावेजों के फर्जीवाड़े के आरोप में कोलकाता पुलिस के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से लिखित शिकायत मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने यह प्राथमिकी दर्ज की है।
दरअसल पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित कोयला और गौ तस्करी मामले में अभिषेक बनर्जी के खिलाफ जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बताया है कि आज से तीन सप्ताह पहले अभिषेक बनर्जी ने एक हजार पन्नों के दस्तावेज ईमेल के जरिए दफ्तर में जमा करवाया था। ईडी की ओर से कहा गया था कि इन दस्तावेजों की जांच के बाद ही आगे के कदम के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
जांच में अभिषेक से संबंधित एक दस्तावेज फर्जी पाया गया जिस पर कोलकाता पुलिस की मुहर लगी थी। आरोप है कि यह फर्जी दस्तावेज कोलकाता पुलिस की तरफ से तैयार करवाया गया। इसीलिए ईडी ने दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल में इससे संबंधित लिखित शिकायत दाखिल कराई थी। अब इस पर जांच शुरू हो गई है।
कोलकाता पुलिस की सफाई
कोलकाता पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जाँच अधिकारी ने जीआर अनुभाग से एलडी सीजेएम के आदेश की एक प्रति प्राप्त की थी और इसे ईडी अधिकारी को प्रेषित किया गया था। हालांकि रिकार्ड्स की जांच के दौरान यह पाया गया कि जीआर द्वारा उपलब्ध कराये गये आदेश की प्रति में एक लाइन गायब थी। यह तुरंत एलडी कोर्ट के संज्ञान में लाया गया। एलडी कोर्ट ने जीआर कार्यालय से स्पष्टीकरण मांगा और सुनवाई के बाद इस आशय का एक आदेश पारित किया कि चूक जीआरओ की ओर से किसी दुर्भावना के कारण नहीं थी। आईओ और जीआरओ की ओर से कोई गलत मंशा सामने नहीं आई। इसके अलावा, एलडी कोर्ट ने आईओ को आदेश की प्रमाणित प्रति भेजने का निर्देश दिया। ईडी अधिकारी को इस बारे में सूचित कर दिया गया है।