कोलकाता : कोलकाता के सॉल्टलेक स्थित विकास भवन में गुरुवार को एसएससी भर्ती घोटाले के पीड़ितों ने जोरदार प्रदर्शन किया। नौकरी से बर्खास्त किए गए शिक्षक और अशिक्षक कर्मी सुबह-सुबह जबरदस्त आक्रोश के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए और बैरिकेड तोड़कर भवन में घुसने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी झड़प भी हुई।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद राज्य सरकार आवश्यक कार्रवाई नहीं कर रही है। उनका कहना है कि मई महीने के भीतर नई नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू होनी थी, लेकिन अब तक कोई पहल नहीं हुई है। इससे नाराज होकर वे शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु से मुलाकात करने पहुंचे थे, लेकिन मुलाकात नहीं हो पाई, जिससे उनका आक्रोश और बढ़ गया।
प्रदर्शनकारियों ने सवाल उठाया, “दोष किसी और का है, तो सजा हम क्यों भुगतें?”
गौरतलब है कि अप्रैल में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 2016 के एसएससी पैनल को रद्द कर दिया गया था, जिससे लगभग 26 हजार शिक्षक और अशिक्षक कर्मी नौकरी से बाहर हो गए। कोर्ट ने बाद में शिक्षकों को अस्थायी राहत देते हुए दिसंबर 2025 तक स्कूल जाने और वेतन पाने की अनुमति दी, लेकिन ग्रुप सी और ग्रुप डी के कर्मचारियों के लिए ऐसी कोई राहत नहीं दी गई। वे पूरी तरह बेरोजगार हो गए हैं और वेतन से भी वंचित हैं।
राज्य सरकार ने पहले आश्वासन दिया था कि रिव्यू पिटीशन दायर कर आवश्यक कानूनी कदम उठाए जाएंगे और हर प्रक्रिया में प्रभावितों को शामिल किया जाएगा। लेकिन प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इन आश्वासनों पर अमल नहीं हो रहा, इसलिए वे अब सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं।
इस घटनाक्रम के बाद विकास भवन परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है।