कोलकाता : महानगर कोलकाता में ओमिक्रॉन संक्रमितों की संख्या बढ़ गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पूरे पश्चिम बंगाल में 294 कोरोना पाजिटिव मरीजों के जीनोम सीक्वेंसिंग में ओमिक्रॉन संक्रमित मिले हैं। इन सभी की रिपोर्ट में बीए-2 वेरिएंट मिले हैं। इनमें से करीब 150 लोग कोलकाता से हैं।
संक्रमितों की विदेश यात्रा की कोई हिस्ट्री नहीं है। सैंपल्स की सीक्वेंसिंग में बीए-1 की मौजूदगी ज्यादा रही है। आनुवंशिक रूप से यह एक ही परिवार से संबंधित है।
कोलकाता में कोरोना पाजिटिव सैंपल में से 80 प्रतिशत में बीए-2 वेरिएंट की पुष्टि हुई है। इसका उपनाम स्टेल्थ वेरिएंट है क्योंकि आरटी-पीसीआर टेस्ट में इसका पता नहीं लगाया जा सकता। इस वेरिएंट के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी है।
एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि दिलचस्प बात यह है कि जो भी बीए-2 वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं, उनकी विदेश यात्रा की कोई हिस्ट्री नहीं है। ओमिक्रॉन मूल का दूसरा वेरिएंट- बीए-1 उन लोगों में पाया जा रहा है जो विदेश से लौटे हैं।
महाराष्ट्र और कुछ दूसरे राज्यों में बीए-1 कम्युनिटी स्तर पर फैल चुका है जो डेल्टा वेरिएंट को तेजी से रिप्लेस कर रहा है।
कुछ क्लिनिकल सैंपल्स की सीक्वेंसिंग में, मूल ओमिक्रॉन वेरिएंट की बजाय बीए-1 की मौजूदगी ज्यादा दिखी है। उन्होंने कहा कि चूंकि सब-लीनिएज उसी सीरीज से ताल्लुक रखते हैं, ऐसे में इन सैंपल्स को ओमिक्रॉन पाजिटिव माना जाता है।