नंदीग्राम : अक्टूबर 2008 में कृषि भूमि के जबरन अधिग्रहण पर व्यापक विरोध के बाद जब से टाटा मोटर्स ने राज्य के सिंगूर में कार कारखाना नहीं स्थापित करने की घोषणा की। तब से पश्चिम बंगाल सरकार अपनी उद्योग-विरोधी छवि से छुटकारा पाने तथा बड़े व्यावसायिक निवेश आकर्षित करने के लिए प्रयासरत है।
इस बीच टाटा फैक्ट्री के लिए अधिग्रहित जमीन किसानों को वापस करने संबंधी भाजपा नेता सुरेंद्र अधिकारी के दावे पर तृणमूल नेता कुणाल घोष ने पलटवार किया है।
शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो सिंगुर में टाटा फैक्ट्री की जमीन किसानों को वापस कर दी जाएगी। सिंगुर में जमीन को लेकर पुराना विवाद फिर से उभर आया है, जहां तृणमूल के नेतृत्व में किसान आंदोलन के कारण टाटा की परियोजना रद्द कर दी गई थी। इस संदर्भ में तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने रविवार को कहा कि तृणमूल ने टाटा को नहीं खदेड़ा था, बल्कि भूमि नीति के खिलाफ आंदोलन हुआ था। उस समय शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के काफी करीब थे। अब पार्टी बदलने के बाद इसके विपरीत टिप्पणी कर रहे हैं।