कोलकाता : बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए महावीर डाँवर ज्वेलर्स के निदेशक विजय सोनी ने कहा, “2023-24 के केंद्रीय बजट में रत्न और आभूषण उद्योग की महत्वपूर्ण चिंताओं को संबोधित नहीं किया गया है। प्रयोगशाला में विकसित हीरों और मशीनों के विकास के लिए जहां अनुसंधान एवं विकास अनुदान प्रदान किया जाएगा, वहीं उद्योग के अन्य क्षेत्रों की उपेक्षा की गई है। इस बजट में गोल्ड कस्टम ड्यूटी में कमी हमारी बड़ी उम्मीद थी, जिसने उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है और तस्करी और ग्रे मार्केट को बढ़ावा दिया है।
हालांकि फिजिकल गोल्ड को डिजिटल रूप में बदलने पर कैपिटल गेन की छूट एक बहुत अच्छा कदम है। यह स्वर्ण मुद्रीकरण की दिशा में एक अच्छा प्रगतिशील कदम होगा। हमारा संघ पिछले कई वर्षों में सोने के सीमा शुल्क में कटौती का सक्रिय रूप से प्रतिनिधित्व करता रहा है। हालांकि इस बजट में सिल्वर डोर बार्स कस्टम ड्यूटी को गोल्ड और प्लेटिनम के बराबर लाया गया है। इस कदम से जनता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। हमारे संघ उद्योग के इस महत्वपूर्ण मुद्दे का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे।”