कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस को खुली छूट दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की वित्तीय मदद और परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी की घोषणा की है।
बनर्जी ने बंगाल में हालात का जायजा लेने के लिए आई भारतीय जनता पार्टी की फैक्ट फाइंडिंग पर सवाल खड़ा किया और कहा कि जब असम और मणिपुर जल रहा था तब यह टीम कहां थी। उन्होंने बताया कि केवल दो वर्षों के भीतर कई आयोगों ने पश्चिम बंगाल का दौरा किया है, लेकिन अन्य हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में क्यों नहीं गए। उन्होंने कहा कि जब फैक्ट फाइंडिंग टीम आई है वह दरअसल जांच करने नहीं बल्कि राजनीति करने आई है।
मुख्यमंत्री ने मतदान के दौरान लोगों की मौत पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग मारे गए वे परिस्थितियों के शिकार थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने पुलिस को स्थिति से निपटने के लिए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बनर्जी ने घोषणा की कि जान गंवाने वाले 19 लोगों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा और विशेष होम गार्ड की नौकरियां प्रदान की जाएंगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि राजनीतिक संबद्धता के बावजूद मुआवजा और नौकरी के अवसर दिए जाएंगे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार पार्टी सदस्यता के आधार पर भेदभाव नहीं करेगी।