वाराणसी : तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए विधानसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण में सपा गठबंधन को जिताने की अपील की। ममता ने मंच से देवी श्लोक और इकबाल का शेर भी सुनाया।
सपा गठबंधन की ओर से आयोजित संयुक्त जनसभा में ममता बनर्जी ने वाराणसी में अपने खिलाफ विरोध प्रदर्शन का जिक्र कर कहा कि इनकी (प्रदर्शनकारियों) हार तय है। विरोध प्रदर्शन से मैं डरने वाली नहीं हूं। मैं डरपोक नहीं, लड़ाकू हूं। जिंदगी में कभी झुकी नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माँ-बहनों का सम्मान नहीं है। भाजपा के लोग पहले कहते थे कि अच्छे दिन लाएंगे लेकिन उनका वादा सिर्फ वाद बनकर ही रह गया। मंच से “खेला होबे” का नारा देकर ममता ने कोरोना काल की विभिषिका, नोटबंदी की पीड़ा, एंटी रोमियो स्क्वॉड के उत्पीड़न का जिक्र कर कहा कि अखिलेश मेरा छोटा भाई है, अखिलेश आपके घर का बेटा है। आप लोग इसका साथ दीजिए। सपा सरकार बनने पर पश्चिम बंगाल सरकार से अच्छा तालमेल बनाएंगे।
जनसभा में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा को निशाने पर लेकर कहा कि सपा की सरकार बनी तो लखीमपुर खीरी के पीड़ितों को न्याय दिलाएंगे। उन्होंने दावा किया कि भाजपा चुनाव हार रही है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिस गांव को प्रधानमंत्री ने गोद लिया उस गांव में भाजपा प्रधानी हार गई। अखिलेश ने कहा कि इस बार जनता चुनाव लड़ रही है।
राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि गठबंधन देश बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहा है। यूक्रेन प्रकरण का जिक्र कर उन्होंने कहा कि देश के कई युवा वहां फंसे हैं, सरकार केवल दिखावा कर रही है। उन्होंने मंच से पूछा कि यूपी चुनाव में का बा। यूपी चुनाव में गठबंधन बा। अब तो बंगाल से ममता दीदी भी बनारस आ गई हैं। सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। जनसभा को सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव आदि ने भी सम्बोधित किया। सम्मेलन में अपना दल (कमेरावादी) की अध्यक्ष कृष्णा पटेल और सपा सांसद जया बच्चन भी मौजूद रहीं।