कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले में कांथी कोऑपरेटिव बैंक के निदेशक पद के चुनाव को लेकर तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों, अखिल गिरी (रामनगर) और उत्तम बारिक (पटाशपुर), के समर्थकों के बीच विवाद उत्पन्न हुआ। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोनों विधायकों को कड़ी चेतावनी दी है।
मंगलवार को अखिल गिरी और उत्तम बारिक के समर्थकों के बीच झड़प हुई, जहां उत्तम के समर्थकों ने अखिल को देखकर ‘चोर-चोर’ के नारे लगाए। जवाब में अखिल ने उन्हें बम से ‘पांच मिनट में खत्म’ करने की धमकी दी। इस घटना के बाद, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोनों विधायकों से बुधवार को फोन पर बात की और पार्टी के निर्देशों का पालन करने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि वे पार्टी अनुशासन का पालन नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि कांथी कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष सुब्रत बक्सी द्वारा निर्धारित पैनल को सभी को स्वीकार करना होगा, और यदि कोई विद्रोही उम्मीदवार खड़ा होता है, तो संबंधित नेता के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना तृणमूल कांग्रेस के भीतर गुटबाजी को उजागर करती है, जिससे पार्टी को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए नेताओं को अनुशासन बनाए रखने की याद दिलाई है।
इस संदर्भ में, कांथी कोऑपरेटिव बैंक के निदेशक पद के लिए 15 सीटों पर कुल 26 नामांकन दाखिल हुए हैं, जिनमें से चार उम्मीदवार निर्विरोध जीत की ओर बढ़ रहे हैं। शेष 11 सीटों पर पार्टी के भीतर ही मुकाबला हो रहा है। मुख्यमंत्री ने राज्य अध्यक्ष को चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने और किसी भी अनुशासनहीनता की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।