कोलकाता : पश्चिम बंगाल में इमामों और मुअजिन्नों का भत्ता बढ़ाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब दुर्गा पूजा समितियों के अनुदान में भी बढ़ोतरी कर दी है। मंगलवार को दुर्गा पूजा समितियों के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा की है कि राज्य भर में दुर्गा पूजा करने वाली समितियों को 70-70 हजार रुपये की वित्तीय मदद दी जाएगी। पिछले साल 60-60 हजार रुपये दिए गए थे। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि पूजा समितियों को राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की ओर से विज्ञापन के होर्डिंग भी दिए जाएंगे। पर्यटन से लेकर उद्योग विभाग तक के विज्ञापन मिलेंगे। इसके लिए अलग से रुपये दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इस साल दुर्गा दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन 26 अक्टूबर तक कर देना होगा। 28 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा (लखी पूजा) है। उसके पहले 27 अक्टूबर को राज्य भर की चुनिंदा बेहतरीन पूजा समितियों का कार्निवल रेड रोड पर होगा। उन्होंने विशेष तौर पर प्रशासन को निर्देश देते हुए कहा कि सभी समुदायों के सहयोग से शांति व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए पूजा संपन्न करनी होगी।
ममता ने कहा कि दुर्गा पूजा पंडालों में उमड़ने वाली भारी भीड़ और संभावित अप्रिय स्थिति के मद्देनजर अग्निशमन व्यवस्था, बैरिकेडिंग और आपातकालीन निकासी पुख्ता रखनी होगी। जहां विसर्जन होगा वहां पर्याप्त लाइटिंग और सुरक्षा की भी व्यवस्था करने का निर्देश मुख्यमंत्री ने दिया है। पूजा के समय हेल्पलाइन नंबर सक्रिय रहे इस पर विशेष तौर पर ध्यान देने को कहा गया है। ममता ने कहा कि दुर्गा पूजा कई लोगों को रोजगार देने वाली है। इसमें राज्य भर में कम से कम 60 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होता है। कुटीर उद्योग से जुड़े लोगों को भी काम देना होगा। ममता ने कहा कि पूरे राज्य में करीब 40 हजार (वास्तव में 43 हजार) पूजा होती है। अकेले कोलकाता में तीन हजार पूजा की जाती है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 2022 में 42 हजार न28 पूजा समितियों को 60-60 हजार रुपये का अनुदान मिला था जो इस बार बढ़कर 70-70 हजार होगा।