कोलकाता : भाजपा के चार राज्यों में सत्ता में आने के बाद कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफ) की ब्याज दरों में कटौती करने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केन्द्र सरकार की आलोचना की है। मुख्यमंत्री ने आम जनता से इस कटौती के खिलाफ सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने का आह्वान किया है।
रविवार को मुख्यमंत्री बनर्जी ने ईपीएफ की ब्याज दर कटौती को केंद्र सरकार का “अमानवीय” कदम बताया है। ममता ने इसे जनविरोधी सरकार बताकर सीधे केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कटाक्ष कर इस कटौती को उत्तर प्रदेश जीत का तोहफा बताया है। मुख्यमंत्री ने आम लोगों से भाजपा के खिलाफ आंदोलन का आह्वान किया है। तृणमूल सुप्रीमो ने ट्विटर पर लिखा कि उत्तर प्रदेश में जीत के बाद भाजपा सरकार अपना तोहफा लेकर आई है। चार दशकों में कर्मचारी भविष्य निधि ने ब्याज दरों को कम करके अपना असली रंग दिखाया है।
उन्होंने इस कटौती को आम श्रमिकों के नुकसान का जिक्र करते हुए लिखा कि इस फैसले ने महामारी में आर्थिक रूप से कमजोर देश के मध्यम और निम्न मध्यम वर्ग के श्रमिकों को चिंता में डाल दिया है। ऐसे में केंद्र ने यह अमानवीय फैसला लिया। उन्होंने आगे लिखा कि केंद्र के इस अमानवीय, कृषि विरोधी, एकतरफा कदम से सरकार का असली चेहरा सामने आ गया। उन्होंने जनता से सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार के इस फैसले के खिलाफ आंदोलन करने आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमें जन आंदोलन के माध्यम से केंद्र पर दबाव बनाना होगा ताकि केंद्र इस निर्णय को वापस ले।